टेलीविजन और प्रिंट पत्रकारिता में 35 साल का अनुभव रखने वाले राहुल श्रीवास्तव इस क्षेत्र मे तब से सक्रिय हैं जब न्यूज़ रिपोर्ट्स फाइल करने के लिए ट्रंक कॉल्स बुक करानी पड़ती थीं.
राहुल ने अपने करियर में पत्रकारिता को नया आयाम देने वाले कई मील के पत्थरों को पार किया. अयोध्या में 1989 में विवादित जगह पर राम मंदिर का शिलान्यास हो या पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से 2020 में किया भूमि-पूजन, अस्सी के दशक के आखिर में गठबंधनों क युग में मुलायम और लालू यादव जैसे मंडलवादियों का उदय हो या फिर 2019 में बहुमत वाले निर्णायक जनादेश की वापसी, उदारीकरण के पहले के दौर की भारतीय अर्थव्यवस्था हो या मनमोहनोमिक्स हो मोदीनॉमिक्स,
राहुल श्रीवास्तव 1989 से नौ प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल को कवर करने के साथ देश के हर राज्य में दो-दो बार विधानसभा चुनाव (बिहार-यूपी में हर बार) की रिपोर्टिंग कर चुके हैं.