कार बनाने वाली जापानी कंपनी होंडा (Honda) भारत में अपने तीन और मॉडलों का प्रोडक्शन बंद करने वाली है. कंपनी पहले ही भारतीय बाजार से होंडा सिविक (Honda Civic) और होंडा सीआर-वी (Honda CR-V) को बाहर कर चुकी है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब जापानी कंपनी भारतीय बाजार से होंडा जैज (Honda Jazz), होंडा डब्ल्यूआर-वी (Honda WR-V) और होंडा सिटी फोर्थ जेनरेशन (Honda City Fourth Generation) को बाहर करने की तैयारी में है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक हालिया रिपोर्ट इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि होंडा अगले साल मार्च तक भारतीय बाजार से होंडा जैज, होंडा डब्ल्यूआर-वी और होंडा सिटी फोर्थ जेनरेशन को बाहर कर लेगी. अगर ऐसा हुआ तो भारतीय बाजार में इस जापानी कंपनी के सिर्फ तीन मॉडल होंडा सिटी हाइब्रिड (Honda City Hybrid), होंडा सिटी फिफ्थ जेनरेशन (Honda City Fifth Generation) और एंट्री लेवल सेडान होंडा अमेज (Honda Amaze) ही बचे रहेंगे. कंपनी भारतीय कार बाजार में हो रहे बदलाव को देखते हुए यह कदम उठा रही है.
होंडा भारतीय बाजार में 100 फीसदी मालिकानी हक वाली सब्सिडियरी होंडा कार्स इंडिया (Honda Cars India) के जरिए कारोबार करती है. कंपनी ने इससे पहले दिसंबर 2020 में होंडा सिविक और होंडा सीआर-वी का प्रोडक्शन बंद किया था. कंपनी को भारतीय बाजार में मजबूत उपस्थिति बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण होंडा कार्स इंडिया ने साल 2020 में उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित प्लांट को बंद करने का ऐलान किया था.
पीटीआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि होंडा कार्स इंडिया आने वाले समय में भारतीय बाजार में एसयूवी (Honda SUV) लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. इसी कारण तीन मॉडलों होंडा जैज, होंडा डब्ल्यूआर-वी और होंडा सिटी फोर्थ जेनरेशन का प्रोडक्शन बंद करने की तैयारी चल रही है. हालांकि जब इस बारे में कंपनी के प्रवक्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने कमेंट करने से इनकार कर दिया. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'कंपनी बाजार की अटकलों पर कमेंट नहीं कर सकती है.'
होंडा कार्स इंडिया ने इससे पहले साल की शुरुआत में कहा था कि उसकी योजना भारत में अगले साल एक एसयूवी लॉन्च करने की है. कंपनी ने तब कहा था कि वह एसयूवी को डेवलप करने की प्रक्रिया में है. कंपनी ने दिसंबर 2020 में नोएडा स्थित प्लांट को बंद करने का ऐलान किया था. उसके बाद कंपनी ने राजस्थान के Tapukara स्थिति प्लांट में प्रोडक्शन को कंसोलिडेट करने का प्रयास किया है.
नोएडा प्लांट बंद करते समय कंपनी ने कहा था कि वह अपनी कारोबारी दक्षता को बेहतर बनाना चाहती है. इसी कारण होंडा कार्स इंडिया विनिर्माण परिचालन संबंधी गतिविधियों को नया कलेवर दे रही है. पिछले कुछ समय में भारतीय कार बाजार में कई बदलाव आए हैं. हैचबैक और सेडान कारों के लिए फेमस भारतीय कार इंडस्ट्री में पिछले कुछ साल के दौरान एसयूवी की डिमांड में तेजी आई है. इसी कारण भारत की सबसे बड़ी यात्री कार कंपनी मारुति सुजुकी भी एसयूवी सेंगमेंट में नई रणनीति के साथ उतर चुकी है.
पिछले कुछ साल के दौरान भारतीय कार बाजार में किआ (Kia), एमजी मोटर्स (MG Motors) जैसी नई कंपनियां न सिर्फ उतरी हैं, बल्कि ठीक-ठाक बाजार हिस्सेदारी कब्जाने में सफल रही है. दूसरी ओर टाटा मोटर्स (Tata Motors) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra&Mahindra) जैसी घरेलू कार कंपनियों ने एसयूवी सेगमेंट में आए उभार का फायदा उठाकर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. इसका खामियाजा अन्य कंपनियों को उठाना पड़ा है. नुकसान उठाने वाली कंपनियों में होंडा कार्स इंडिया भी शामिल है और पिछले कुछ साल के दौरान भारतीय बाजार में उसकी हिस्सेदारी तेजी से कम हुई है. फोर्ड (Ford) जैसी बाहरी कार कंपनी ने हाल ही में भारत से अपना कारोबार पूरी तरह से समेट लिया है.