महंगे होते डीजल-पेट्रोल (Diesel-Petrol Prices) और बढ़ते कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) के कारण पिछले कुछ समय में इलेक्ट्रिक गाड़ियों (Electric Vehicles) की डिमांड तेज हुई है. सिर्फ विकसित देशों में ही नहीं बल्कि भारत जैसे विकासशील देशों में भी इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EVs) का बाजार तेजी से तैयार हुआ है. हालांकि अभी भी इस बाजार की राह में कुछ रोड़े हैं. इनमें सबसे बड़ा रोड़ा चार्जिंग (EV Charging) से जुड़ा हआ है. जैसे सामान्य कार के लिए दूर-दराज के इलाकों में भी पेट्रोल पंप (Petrol Pump) मिल जाते हैं, लेकिन इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए तो अभी बड़े शहरों में भी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (EV Charging Infra) की दिक्कत है.
एक बार को चार्जिंग इंफ्रा हो भी जाए, तब भी समस्या समाप्त नहीं होती है. आपको अपनी गाड़ी का टंकी फुल कराने में बमुश्किल एक से दो मिनट लगते हैं. वहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने के लिए 4-6 घंटे की जरूरत होती है. इसके बाद भी एक सीमित रेंज की समस्या. उतनी दूरी तय करने के बाद आपको फिर से गाड़ी चार्ज करने के लिए घंटों रुकना पड़ेगा. अब एक स्टार्टअप कंपनी इसका हल लेकर आई है. कंपनी ने एक ऐसी कार तैयार की है, जिसे एक बार फुल चार्ज करने के बाद 7 महीनों तक चलाया जा सकता है.
कंपनी ने इस कार को नाम दिया है लाइटईयर जीरो (Lightyear 0). इसे दुनिया की पहले सोलर कार भी कहा जा रहा है क्योंकि यह धूप से ऊर्जा लेकर दौड़ने में सक्षम है. कंपनी का कहना है कि उसकी यह कार उक बार चार्ज करने पर उन देशों में सात महीने तक चलाई जा सकती है, जहां कड़ी धूप रहती है. भारत इस मामले में ऐसी कारों के लिए उपयुक्त है. इसके साथ ही कंपनी ने ये भी दावा किया कि यह कार नीदरलैंड जैसे देशों में भी एक चार्ज पर दो महीने चल सकती है, जहां कम धूप रहती है.
कंपनी ने यह दावा उस स्थिति में किया है, अगर आपको हर रोज 35 किलोमीटर तक का सफर तय करना है. हालांकि आपको इसके लिए अपनी गाड़ी को खुली जगह पर पार्क करना होगा. कंपनी ने कार को धूप से ऊर्जा खींचने लायक बनाने के लिए इसकी छत पर 54 वर्गफूट डबल-कर्व्ड सोलर एरेज लगाया है. कंपनी का यह भी दावा है कि अगर पर्याप्त धूप मिल जाए जो यह कार 70 किलोमीटर तक चल सकती है.
कंपनी का कहना है कि एक बार फुल चार्ज करने पर यह कार सिर्फ बैटरी पर 625 किलोमीटर चल सकती है. कंपनी का दावा है कि लाइटईयर जीरो हाईवे पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड देने में सक्षम है. अगर कंपनी का दावा सही है तो यह कार सबसे एनर्जी एफिशिएंट इलेक्ट्रिक कार है. कंपनी को उम्मीद है कि यह इलेक्ट्रिक कार अपने सेगमेंट को और फ्यूचर रेडी बनाएगी. कंपनी कार का प्रोडक्शन इसी साल शुरू करने वाली है और डिलीवरी नवंबर 2022 से मिलने लगेगी.
Lightyear कंपनी को सिर्फ 5 लोगों ने मिलकर 2016 में नीदरलैंड में शुरू किया था. अभी कंपनी इतनी बड़ी हो चुकी है कि 500 से ज्यादा लोग उसके साथ काम कर रहे हैं. कंपनी ने कहा कि वह पहली खेप में सिर्फ 949 कारें बनाएगी. लाइटईयर कंपनी की कारें फिनलैंड में बनेंगी और वालमेट ऑटोमोटिव (Valmet Automotive) कंपनी इसका प्रोडक्शन करेगी.
कंपनी ने इस कार में 1.05 kWh सोलर चार्जर दिया है, जो हर रोज एक घंटे की सोलर चार्जिंग पर 10 किलोमीटर का रेंज देने में सक्षम है. वहीं पूरे दिन चार्ज करने पर यह कार 70 किलेामीटर तक की दूरी तय कर सकती है. इस कार में कंपनी ने चार मोटर दिए हें, जो 174 hp पावर और 1720 Nm टॉक जेनरेट करने में सक्षम है. कंपनी का ये भी दावा है कि यह कार महज 10 सेकेंड में जीरो से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. (सभी तस्वीरें: Lightyear 0)