अच्छी और बड़ी कार खरीदना हर किसी का सपना होता है. हालांकि, कई लोग कार खरीद लेने के बाद भी उसके मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. इससे उनकी कार में लगातार गड़बड़ियां आती रहती हैं. हालांकि, इस वक्त की कारें बेहद एडवांस हो गई हैं. कंपनियां अब कारों में कई सारे ऐसे फीचर्स दे रही हैं, जिससे आप उसकी कंडीशन पर लगातार नज़र रख सकते हैं. इसके लिए कार के डैशबोर्ड और स्पीडोमीटर बॉक्स में कई वॉर्निंग लाइट्स दी जाती हैं. ये लाइट्स कार में किसी भी कंपोनेंट्स या मशीनरी में तकनीकी खराबी आने से पहले ही अलर्ट करती हैं. उदाहरण के तौर पर अगर आपके कार के दरवाजा सही से बंद नहीं हो रहा तो वह डोर-ओपन वार्निंग लाइट जलनी शुरू हो जाती है. इसी तरह इंजन में कुछ खामी नजर आती है, तो इंजन सिस्टम वार्निंग लाइट आपको अलर्ट करेगा. ऐसे ही कई लाइट्स हैं जिनके भिन्न-भिन्न अर्थ होते हैं, आज हम आपको इन वार्निंग लाइट्स के बारे में विस्तार से बताएंगे, ताकि आप भी अपनी कार की कंडिशन से अपडेटेड रहें.
इंजन वार्निंग लाइट:
अगर कार में यह लाइट जलनी लाइट जलनी शुरू हो जाए तो समझ लिजिए आपके इंजन में कुछ गड़बड़ी है. आप तुरंत किसी आधिकारीक कार सर्विंस सेंटर पहुंचे और उस गड़बड़ी को सही कराएं.
सर्विस रिमाइंडर लाइट:
कार वक्त-वक्त पर मेंटेनेंस की जरूरत होती है. कई बार लापरवाही के चलते आप वक्त पर सर्विसिंग नहीं करा पाते हैं. ऐसे में सर्विस रिमाइंडर लाइट बेहद ही मुफीद साबित होता है. जब भी आपके कार को सर्विसिंग की जरूरत होगी ये लाइट जलनी शुरू हो जाएगी.
डोर ओपन वार्निंग लाइट:
अगर आपके कार का कोई एक दरवाजा ठीक तरीके से बंद नहीं हो रहा है तो ये लाइट जलनी शुरू हो जाएगी. कुछ कारों में ये सिस्टम और भी अपग्रेड कर दिया गया है, जिससे आपको ठीक उस दरवाते के बार में भी संकेत मिलते हैं जो कि ठीक ढंग से बंद नहीं हुआ है, या जिसमें तकनीकी खराबी है.
ऑयल प्रेशर वार्निंग लाइट:
इंजन में ऑयल कम होने पर लो ऑयल प्रेशर की लाइट जलने लगती है. अगर गाड़ी चलाते वक्त इस तरह की वार्निंग मिलती है, तो कार को लंबी राइड पर ले जाने से पहले उसकी ठीक ढंग से जांच कर लें और जरूरत पड़ने पर मैकेनिक या सर्विस सेंटर पर जाएं.
ABS लाइट:
आपके कार के एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम में कुछ गड़बड़ी है तो ये वार्निंग लाइट जलनी शुरू हो जाएगी. संतुलित ब्रेकिंग के साथ ही सुरक्षित ड्राइविंग के लिए कार में ABS सिस्टम का एक्टिव रहना बेहद जरूर होता है। इसलिए ऐसी वार्निंग मिलने पर तत्काल अपने वाहन को किसी नजदीकी सर्विस सेंटर पर ले जाएं।
क्रूज कंट्रोल लाइट:
यह लाइट तभी जलनी शरू होती है जब आप अपने कार में क्रूज कंट्रोल फंक्शन को शुरू करते हैं.
ऑटोमेटिक शिफ्ट लॉक:
आटोमेटिक कार में न्यूट्रल से गियर शिफ्ट करते वक्त ब्रेक को दबाना जरूरी होता है. कई बार कार ड्राइवर ऐसा नहीं करते हैं. इस स्थिति में ऑटोमेटिक शिफ्ट लॉक वॉर्निंग लाइट जलनी शुरू हो जाएगी.
हैंड ब्रेक आइकन:
जब भी आप कार का हैंड ब्रेक खींचते हैं तो ये लाइट जलनी शुरू हो जाती है. अगर हैंड ब्रेक पुल करने के बाद भी ये लाइट जल रही है तो समझ लिजिए ब्रेकिंग सिस्टम में कुछ गड़बड़ी है और इसे तुरंत सही करा लें.
फॉग लैंप आइकन:
अगर आप फॉग लैंप सिस्टम को ऑन करते हैं तो स्पीडोमीटर पर इससे जुड़ी लाइट जलने लगती है.
सिक्योरिटी अलर्ट:
वाहन को चोरी से बचाने के लिए ज्यादातार चाबियां एक इंटरनल चिप के साथ आने लगी हैं. कार में इससे जुड़ी वार्निंग लाइट तब जलनी शुरू हो जाती है, जब चाबी इस चिप को रीड कर पाने में असमर्थ होती है. ऐसी स्थिति में आप चाबी में लगे चिप को जब तक सही नहीं कराते हैं तब तक आपकी गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी.
एयरबैग आइकन:
अगर कार स्टार्ट होने के बाद भी इससे जुड़ी लाइट नहीं जल रही है तो समझ जाइए एयरबैग सिस्टम में कुछ गड़बड़ी है. इस गड़बड़ी को सही कराने के लिए तुरंत किसी अधिकारिक सर्विस सेंटर पर पहुंचे.
पावर स्टीयरिंग माल फंक्शन:
यह वार्निंग लाइट तभी जलती है जब पावर स्टीयरिंग फ्लूइड रिजरवॉयर में ऑयल की मात्रा कम हो जाती है. इसे सही कराने के बाद भी अगर ये वार्निंग लाइट नजर आती है तो किसी नजदीकी गैराज या अधिकारिक कार सर्विस सेंटर को अपनी गाड़ी दिखाएं.
बैटरी अलर्ट
जब भी कार में इस्तेमाल होने वाले बैटरी में कोई भी तकनीकी खराबी आती है तो बैटरी वार्निंग लाइट आपको अलर्ट करती है.