इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. महंगे पेट्रोल से निजात पाने के लिए अब लोग ई-वाहनों को खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. पसंद की बात करें तो आंकड़े बताते हैं कि Ola Electric के स्कूटर्स को ग्राहक सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं. बीते महीने अक्टूबर में 20,000 लोगों ने इसे खरीदा है.
मासिक आधार पर 60 फीसदी की ग्रोथ
अक्टूबर 2022 में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में ओला इलेक्ट्रिक 20 हजार इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचकर सबसे बड़ी ईवी सेलर रही. कंपनी को मासिक आधार पर शानदार 60 फीसदी की ग्रोथ मिली. इससे पहले नवरात्रि और दशहरा के मौके पर भी कंपनी के ई-स्कूटर्स की ताबड़तोड़ सेल हुई थी.
ओला इलेक्ट्रिक ने किया ये दावा
Ola इलेक्ट्रिक का S1 और S1 Pro ग्राहकों को खासा पसंद आ रहा है. सेल के मामले में कंपनी के एस 1 प्रो सबसे ज्यादा बिकने वाला स्कूटर रहा. इसकी औसतन 1000 यूनिट्स का हर रोज प्रोडक्शन हो रहा है. बिक्री के आंकड़ों से उत्साहित ओला इलेक्ट्रिक की ओर से ये दावा भी किया गया कि यह भारत में किसी भी EV मैन्युफैक्चरर्स के लिए अब तक की सबसे बड़ी मासिक सेल्स है. गौरतलब है कि ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) हैं.
ओला S1 Air पेश कर किया धमाल
दिवाली से पहले बड़ा धमाका करते हुए Ola Electric ने अफोर्डेबल रेंज में अपना S1 Air E-Scooter भी लॉन्च किया है. इसकी प्राइस रेंज 84,999 रुपये से शुरू होती है. कंपनी के मुताबिक, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की बुकिंग ग्राहक फरवरी 2023 से करा सकेंगे और इसकी डिलीवरी अप्रैल 2023 से शुरू होने की उम्मीद है.
Okinawa ई-स्कूटर दूसरे नंबर पर
इससे पहले नवरात्रि और दशहरा जैसे त्योहारों के दौरान कंपनी के ई-स्टूटर्स की सेल में ताबड़तोड़ तेजी देखने को मिली थी. नवरात्रि के दौरान सेल में चार गुना, जबकि दशहरा पर 10 गुना वृद्धि हुई थी. Ola के बाद अक्टूबर में ओकिनावा (Okinawa) दूसरा सबसे बड़ा ईवी सेलर बनकर उभरा. इसके ई-स्कूटर्स की 17,531 यूनिट्स सेल हुईं.
सितंबर में भी ओला का थी दबदबा
सितंबर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की 52,957 यूनिट्स बेची गई थीं, इससे पिछले महीने अगस्त में 50,474 यूनिट्स की सेल हुई थी. सिंतबर 2022 में ओला इलेक्ट्रिक ने 9,616 इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे थे. इलेक्ट्रिक वाहनों की सेल में महीने-दर महीने ग्रोथ देखने को मिल रही है. रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि साल 2030 तक भारत का ईवी मार्केट 150 अरब डॉलर का हो सकता है.