Tata Group के नाम ऐसे कामों की लंबी फेहरिस्त है, जो भारत में पहली बार हुए. लेकिन क्या आपको पता है आज हम Tata Motors की जिन गाड़ियों के फैन हैं, उनमें से कई गाड़ियां ऐसी हैं जो हिंदुस्तान में पहली बार बनीं और ऑटो सेक्टर में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की एक नई पहचान बन गईं. जानते हैं ऐसी ही 5 गाड़ियों के बारे में...
1991 में आई Tata Sierra
Tata Motors जब शुरू हुई तब 1945 में वह रेलवे के लोकोमोटिव इंजन बनाने वाली पहली कंपनी बनी, बाद में 1954 में इंडिया में ट्रक बनाने वाली भी वह पहली कंपनी बनी. फिर 1991 में वह वक्त आया, जब टाटा ने पैसेंजर गाड़ियों के सेगमेंट में बड़ा धमाका किया. कंपनी ने लॉन्च की Tata Sierra.
Tata Sierra पहली स्वदेशी गाड़ी
टाटा मोटर्स की Tata Sierra देश की पहली स्वदेशी यात्री गाड़ी थी. साथ ही ये देश में बनी पहली लाइट यूटिलिटी व्हीकल (LUV) थी. बाद में इसी गाड़ी को और डेवलप करके कंपनी ने Tata Sumo लॉन्च की थी. Tata Sierra को भी कंपनी अब नए और फ्यूचर के अंदाज में लॉन्च करने जा रही है. ये अब इलेक्ट्रिक कार होगी.
Tata Indica में सब कुछ भारतीय
भारत में कार बनाने की शुरुआत मारुति सुजुकी इंडिया ने की, लेकिन ये पूर्णतया भारतीय सामान और कलपुर्जों से बनने वाली गाड़ी नहीं थी. ऐसी पहली छोटी गाड़ी बनाई टाटा ने, जिसमें सब कुछ भारतीय था. ये गाड़ी थी 1998 में आई Tata Indica.
Tata Safari देश में पहली एसयूवी
1998 में ही टाटा ने अपनी एक और गाड़ी Tata Safari लॉन्च की. ये गाड़ी भारत में बनी पहली स्वदेशी SUV थी. बीते साल कंपनी ने इसे फिर से मार्केट में लॉन्च किया है. देश में Ambassdor गाड़ी की चमक फीकी पड़ने के बाद Tata Safari को नेताओं की सबसे पसंदीदा गाड़ियों में शामिल हो गई.
Nexon सबसे पहली 5-स्टार रेटिंग कार
Tata Motors ने जब मार्केट में अपनी गाड़ियों को रीलॉन्च करना शुरू किया, तो सबसे ज्यादा ध्यान गाड़ियों की सेफ्टी पर दिया. वर्ष 2018 में Tata Nexon मार्केट में आई. GNCAP की सुरक्षा रेटिंग में 5-स्टार रेटिंग हासिल करने वाली ये भारत में बनी पहली कार है.