टाटा मोटर्स ने एक और कामयाबी अपने नाम कर लिया है. टाटा मोटर्स ने बताया कि उसने पैसेंजर्स व्हीकल यूनिट में अब तक 40 लाख गाड़ियों का उत्पादन कर लिया है. यह उपलब्धि उसने तीन दशक में हासिल की है. टाटा मोटर्स ने अपना पहला मॉडल 1991 में टाटा सिएरा SUV लॉन्च किया था.
टाटा मोटर्स ने बताया कि इंडिका, सिएरा, सूमो, सफारी और नैनो जैसे कई मॉडल की गाड़ियों का प्रोडक्शन किया है. इससे पहले टाटा मोटर्स ने पैसेंजर वेहिकल्स सेगमेंट में 10 लाख उत्पादन का माइलस्टोन 2005-06 में और 30 लाख का माइल स्टोन 2015 में छुआ था. यानी पिछले 5 साल में कंपनी ने 10 लाख प्रोडक्शन के आंकड़े को छुआ.
टाटा मोटर्स की मैन्युफैक्चरिंग प्लांट चिखली (पुणे), साणंद (गुजरात) और फिएट के साथ राजनगांव (पुणे) में है. इस आंकड़े को जारी करते हुए टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (पैसेंजर्स व्हीकल्स बिजनेस यूनिट) शैलेश चंद्र ने बताया कि टाटा मोटर्स के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इंडस्ट्री में बहुत कम कंपनियां इस मुकाम को हासिल कर सकी हैं. 1991 में टाटा सिएरा को पेश करने के बाद यह एक लंबा सफर रहा है.
कंपनी का कहना है कि सेफ्टी पहलुओं पर खास ध्यान दिया जा रहा है. इसके अलावा कंपनी देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा दे रही है. उन्हें उम्मीद है कि कंपनी की कारों को अब बाजार में पहले से ज्यादा पसंद किया जा रहा है. टाटा मोटर्स का कहना है कि उसने देश में पहली बार क्रैश सेफ्टी टेस्टिंग को लाया. उन्होंने बताया कि कंपनी की कॉम्पैक्ट एसयूवी नेक्सॉन देश की पहली मॉडल थी जिसे ग्लोबल एनकैप से फाइव स्टार मिला.
कंपनी को भरोसा है कि इससे अगली 10 लाख बिक्री का आंकड़ा यानी कुल 50 लाख बिक्री का आंकड़ा जल्द हासिल कर लेंगे. कंपनी ने 1998 में पैसेंजर व्हीकल बिजनेस यूनिट बनाया और इसके तहत इंडिका को लॉन्च किया.
शैलेश चंद्र ने कहा कि कंपनी का उद्देश्य अब देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में लीड करना है. उन्होंने बताया कि अभी टाटा मोटर्स देश में सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता है और उसकी बाजार हिस्सेदारी 67 फीसदी है. अभी कंपनी इलेक्ट्रॉनिक सेगमेंट में नेक्सॉन ईवी और टिगोर के दो ट्रिम्स की बिक्री कर रही है.