ऑटो इंडस्ट्री (Auto Industry) पर चिप शॉर्टज (Chip Shortage) का बुरा असर अब खुलकर सामने आने लगा है. वाहन कंपनियां (Vehicle Companies) इसके चलते सही से प्रोडक्शन (Production) नहीं कर पा रही है, जिससे गाड़ियों की डिलीवरी में देरी हो रही है. नवंबर महीने में पैसेंजर व्हीकल (Passenger Vehicles) की बिक्री में सालाना आधार पर करीब 19 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. सिआम (SIAM) के आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई.
सिआम ने बताया गिरावट का कारण
ऑटो इंडस्ट्री के प्रतिनिधि संगठन सिआम ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया कि इस साल नवंबर महीने में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री (PV Sale) 2,15,626 यूनिट रही. यह पिछले साल नवंबर में हुई 2,64,898 यूनिट की बिक्री की तुलना में 18.60 फीसदी कम है. सिआम ने इस गिरावट का प्रमुख कारण सेमीकंडक्टर की कमी को बताया.
इतनी हुई सेगमेंटवाइज बिक्री
आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2021 में 1,05,091 यूटिलिटी व्हीकल (Utility Vehicle) की बिक्री हुई. इस दौरान पैंसेजर कार (Passenger Car) की बिक्री 1,00,906 यूनिट रही. इनके अलावा नवंबर 2021 में 22,741 थ्री-व्हीलर्स (3-Wheelers) और 9,629 वैन (Van) की बिक्री हुई. नवंबर महीने में पैसेंजर व्हीकल्स, थ्री-व्हीलर्स, टू-व्हीलर्स (2-Wheelers) और क्वैड्रीसाइकल्स का कुल प्रोडक्शन 16,96,012 यूनिट रहा.
19 साल में थ्री-व्हीलर्स की सबसे कम बिक्री
सिआम के डाइरेक्टर जनरल राजेश मेनन (SIAM DG Rajesh Menon) ने बताया कि ऑटो इंडस्ट्री चिप शॉर्टेज से जूझ रही है. इंडस्ट्री को फेस्टिव सीजन में पहले के नुकसान की भरपाई की उम्मीद थी. हालांकि नवंबर में और नुकसान हो गया. नवंबर 2021 में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री सात साल के निचले स्तर पर रही. इसी तरह टू-व्हीलर्स की बिक्री 11 साल के और थ्री-व्हीलर्स की बिक्री 19 साल के निचले स्तर पर आ गई.