
अमेरिका की प्रमुख इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla के भारत में अपने वाहनों को लॉन्च करने के लिए तैयारियां शुरू कर चुकी है. हाल ही में टेस्ला इंडिया मोटर एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने पुणे के पंचशील बिजनेस पार्क में एक ऑफिस किराये पर लिया है. अब ख़बर आ रही है कि, टेस्ला कथित तौर पर देश में बैटरी स्टोरेज सिस्टम बनाने और बेचने की योजना पर काम कर रही है. एलन मस्क की कंपनी ने कथित तौर पर भारत में एक बैटरी स्टोरेज सिस्टम जिसे पावरवाल के नाम से जाना जाता है उसका प्लांट लगाने के लिए प्रपोजल दिया है.
रायटर्स की रिपोर्ट में इस मामले से जुड़े दो लोगों के हवाले से बताया गया है कि, टेस्ला ने अपने 'पावरवॉल' (Powerwall) सिस्टम के साथ भारत में बैटरी स्टोरेज सिस्टम के लिए प्लांट लगाने के लिए प्रस्ताव दिया है. ये सिस्टम रात के समय में सोलर पैनल और ग्रिड्स के माध्यम से पावर स्टोर करता है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, टेस्ला ने अपनी बैटरी स्टोरेज फैक्ट्री स्थापित करने के लिए कुछ प्रपोजल की भी डिमांड की है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अभी उपलब्ध नहीं है.
बता दें कि, Tesla बीते कुछ हफ्तों से भारत में लगभग अपने नए इलेक्ट्रिक वाहन (EV) फैक्ट्री स्थापित करने के बारे में बातचीत कर रहा है. बीते दिनों खबर आई थी कि, कंपनी भारत में 24,000 डॉलर (तकरीबन 20 लाख रुपये) की कीमत वाली कार बनाने की योजना पर काम कर रही है. हाल ही में प्रधानमंत्री जब अमेरिकी दौरे पर थें तो उस वक्त टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने उनसे मुलाकात भी की थी. जिसके बाद टेस्ला की भारत में एंट्री की चर्चा तेज हो गई थी.
इस मुलाकात के बाद ही एलन मस्क ने भारत में अपनी कार फैक्ट्री लगाने की भी घोषणा की थी. इसके अलावा कंपनी भारत में अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए भारत सरकार से बातचीत कर रही है और बताया जा रहा है कि, 'Powerwall' का प्रपोजल भी कंपनी की इसी योजना का एक हिस्सा है.
क्या है पावरवॉल:
Powerwall एक इंटिग्रेटेड बैटरी सिस्टम है जो पावर ग्रिड बंद होने पर बैकअप के लिए सौर ऊर्जा से पावर को स्टोर करता है. यह सिस्टम बिजली कटौती का पता लगाता है, इसके साथ ही घर और इलेक्ट्रिक वाहन को बैकअप पावर से बिजली देता है और घरेलू उपकरणों को कई दिनों तक चालू रखने के लिए सूरज की रोशनी से ऑटोमेटिक तरीके से रिचार्ज करता है. कुल मिलाकर ये एक बैटरी सिस्टम है, जैसा कि आप सामान्य सोलर पैनल को देखते हैं.
Tesla Powerwall को आप अपने घर के छत पर पैलन की तरह रख सकते हैं. जो कि सूर्य की रोशनी से उर्जा लेकर इसमें लगी लिथियम बैटरी को चार्ज करता है, जिसका इस्तेमाल आप वाहन को चार्ज करने के साथ ही घरेलू उपकरणों को पावर देने के लिए भी बखूबी इस्तेमाल कर सकते हैं.
क्या है कीमत:
मौजूदा समय में ग्लोबल मार्केट में दो तरह के पावरवॉल उपलब्ध हैं, एक है पावरवॉल 2 और दूसरा है 'पावरवॉल प्लस', इन दोनों प्रोडक्ट्स ने पावरवॉल 1 को रिप्लेस किया है जिसे 2016 में बंद कर दिया गया था. कैलिफ़ोर्निया में पावरवॉल की कीमत 5,500 डॉलर ( तकरीबन 45,000 रुपये से अधिक) से अधिक है, जिसमें सौर पैनलों की अतिरिक्त लागत शामिल है. भारतीय अधिकारियों ने कथित तौर पर टेस्ला से कहा कि उन्हें अपने बैटरी स्टोरेज प्रोडक्ट्स की लागत कम करने पर काम करना होगा.