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ये क्या हुआ? इस बड़ी कंपनी ने मार्च में बेच डाले 13023 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर, अप्रैल में जीरो

Hero Electric: कंपनी का कहना है कि सेमीकंडक्टर की कमी (Semiconductor Shortage) से सप्लाई में दिक्कतें आई हैं. चिप की कमी की वजह से कंपनी को प्रोडक्शन रोकना पड़ गया है.

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Hero Electric की बिक्री पर असर
Hero Electric की बिक्री पर असर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सप्लाई चेन में दिक्कत से बिक्री पर असर
  • टू-व्हीलर में लगातार आग की घटना चिंता का विषय

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (Electric Two Wheeler) बनाने वाली कंपनी Hero Electric को अप्रैल महीने में तगड़ा झटका लगा है. इस कंपनी ने मार्च-2022 में कुल 13,023 यूनिट्स इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बेचे थे. इससे पहले फरवरी में Hero Electric ने कुल 7360 टू-व्हीलर बेचे थे. 
 
लेकिन अब अप्रैल महीने में कंपनी एक भी टू-व्हीलर डिस्पैच नहीं कर सकी है. हीरो इलेक्ट्रिक ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी. ये बयान हैरान करने वाला था, क्योंकि मार्च में कंपनी ने 13 हजार ज्यादा टू-व्हीलर बेचे थे. 

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सेमीकंडक्टर की कमी

कंपनी का कहना है कि सेमीकंडक्टर की कमी (Semiconductor Shortage) से सप्लाई में दिक्कतें आई हैं. चिप की कमी की वजह से कंपनी को प्रोडक्शन रोकना पड़ गया है. यही नहीं, सप्लाई में कमी से Hero Electric टू-व्हीलर के लिए वेटिंग लिस्ट (Waiting List) 60 दिन से ज्यादा हो गई है. पूरी तरह से सप्लाई बाधित होने से कुछ डीलरशिप के पास डिस्प्ले के लिए भी स्टॉक नहीं है. 

Hero Electric के CEO सोहिंदर गिल का कहना है कि स्थिति इतनी गंभीर है कि यह तेजी से दौड़ती ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक लगाने जैसा है. उन्होंने कहा, 'महीने-दर-महीने के आधार पर बिक्री में डबल ग्रोथ दिख रही थी. लेकिन अब सप्लाई पूरी तरह से प्रभावित हो गया है.' 

सोहिंदर गिल की मानें तो यूक्रेन युद्ध की वजह से संकट और गहरा गया है. सप्लाई चेन बाधित होने से प्रोडक्शन रोकना पड़ गया है. हालांकि उन्होंने कहा कि कंपनी दूसरे विकल्पों पर विचार कर रही है और जल्द ही प्रोडक्शन चालू हो जाएगा.

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टू-व्हीलर में लगातार आग से हड़कंप

वहीं हाल के दिनों में लगातार इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसके बाद सभी कंपनियां सतर्क हो गई हैं. इस बीच Hero Electric द्वारा भी बैट्री से जुड़े प्रोसेस की जांच की जा रही है, ताकि बाइक की क्वालिटी और बेहतर की जा सके.

उन्होंने कहा कि टू-व्हीलर में आग लगनी की घटना को गंभीरता से लेने की जरूरत है. बेहतर से बेहतर कंपनियों को भी आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को विश्वसनीय बनाए रखने के लिए अपने डिजाइन व क्वालिटी में लगातार सुधार करते रहना चाहिए.

उधर, सेमीकंडक्टर्स की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार घरेलू स्तर पर सेमीकंडक्टर्स का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए अगले 6 से 8 महीनों चिप मेकर्स को अनुमति दे सकती है. सरकार को 5 कंपनियों से 1.53 लाख करोड़ रुपये के निवेश से इलेक्ट्रॉनिक चिप और डिसप्ले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के प्रस्ताव मिले हैं.

 

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