भारतीय रेलवे का इतिहास तकरीबन 169 साल पुराना है और ये दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. 68 हजार किलोमीटर के विस्तार में फैला इंडियन रेलवे का नेटवर्क न केवल यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचाता है बल्कि माल वाहक के तौर पर भी इसकी अहम भूमिका है. भारतीय रेलवे पार्सल सेवाएं भी उपलब्ध कराता है, जिसके माध्यम से आप अपने जरूरत के सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेज सकते हैं. आज हम आपको अपने इस लेख में दोपहिया पार्सल (Two Wheeler Parcel) की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताएंगे. जिससे आप अपने बाइक या स्कूटर को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह भेज सकते हैं.
सबसे पहले तो ये जान लें कि वाहन को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से बुक कर सकते हैं. मैनुअल बुकिंग के लिए आपको निम्नलिखित चरणों से होकर गुजरना होगा:
ऑफलाइन पार्सल बुकिंग की प्रक्रिया:
- पार्सल बुकिंग स्टेशन पर जाएँ (जहां से वाहन को भेजना है)
- बुकिंग फॉर्म (फॉरवर्डिंग नोट) को मैन्युअल रूप से भरें
- विधिवत भरा फ़ॉवर्डिंग नोट पार्सल के साथ जमा करें
- पार्सल का वजन और माल ढुलाई शुल्क की गणना बुकिंग काउंटर पर मैन्युअल रूप से की जाती है
- भाड़ा शुल्क जमा करें और रेलवे रसीद (RR) प्राप्त करें
- मूल रेलवे रसीद जमा करें और पार्सल को उसके गंतव्य स्टेशन से प्राप्त करें
ये तो रही ऑफलाइन वाहन को बुक करने और उसे गंतव्य स्टेशन पर प्राप्त करने की प्रक्रिया. इसके अलावा आप अपने वाहन को ऑनलाइन तरीके से भी बुक कर सकते हैं.
ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया:
- वाहन को ऑनलाइन पार्सल के तौर पर बुक करने के लिए सबसे पहले (www.parcel.indianrail.gov.in) पर जाना होगा.
- रजिस्टर करें और पोर्टल पर लॉग इन करें.
- ऑनलाइन फॉर्म में मूल और गंतव्य स्टेशन भरें.
- सिस्टम द्वारा सुझाई गई ट्रेनों की सूची में से एक ट्रेन का चयन करें.
- बुकिंग फॉर्म (फॉरवर्डिंग नोट) भरें.
- सिस्टम अनुमानित भाड़ा शुल्क की गणना करेगा.
- गोदाम में सिस्टम जनित ई-फ़ॉरवर्डिंग नोट जमा करें.
- ई-फ़ॉरवर्डिंग नोट के प्रिंटआउट के साथ पार्सल को शुरुआती स्टेशन पर सौंप दें.
- पार्सल का वजन किया जाता है और बुकिंग काउंटर पर सिस्टम द्वारा भाड़ा (शुल्क) की गणना की जाती है.
- भाड़ा शुल्क जमा करें और रेलवे रसीद (RR) प्राप्त करें.
- आप ट्रैक एंड ट्रेस सुविधा का उपयोग करके पार्सल को ट्रैक भी कर सकते हैं.
- जब पार्सल गंतव्य तक पहुंचता है तो ग्राहक के मोबाइल नंबर पर मैसेज (SMS) के जरिए सूचना दी जाती है.
- आखिरी में गंतव्य स्टेशन के डिलीवरी काउंटर पर रेलवे रसीद (RR) दिखा कर पार्सल (वाहन) प्राप्त करें.
क्या होता है लगेज और पार्सल:
दोपहिया वाहन जैसे मोटरसाइकिल या स्कूटर इत्यादि को एक स्थान से दूसरे स्थान पर रेवले के माध्मय से भेजने के लिए दो विकल्प मौजूद हैं. यदि आप उसी ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तो टू व्हीलर को सामान (Luggage) के रूप में बुक कर सकते हैं. इसके अलावा यदि आप उस ट्रेन से यात्रा नहीं कर रहे हैं, तो आप टू-व्हीलर को पार्सल (Parcel) के रूप में बुक किया जा सकता है. इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है:
वाहन को पार्सल के तौर कैसे करें बुक:
- यदि आप वाहन के साथ ट्रेन से यात्रा नहीं कर रहे हैं तो वाहन को पार्सल के रूप में बुक करना होगा.
- वाहन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) और एक सरकारी आईडी प्रूफ की ज़ेरॉक्स कॉपी पार्सल कार्यालय में लाएँ.
- बुकिंग से पहले टू-व्हीलर को ठीक से पैक करने की जरूरत होगी.
- पैकिंग से पहले सुनिश्चित करें कि आपके दोपहिया वाहन में पेट्रोल टैंक खाली हो.
- वाहन को अपने सामने पैक करावांए और सभी हिस्सों को ठीक ढंग से कवर करवाएं.
- कार्डबोर्ड के एक टुकड़े पर प्रारंभिक (भेजने वाले) और गंतव्य (पहुंचने वाले) स्टेशनों का नाम लिखें.
- इस बात का ध्यान रखें नाम स्पष्ट तरीके से लिखे हों और ठीक ढंग से दिखे.
- कार्ड बोर्ड को दोपहिया वाहन से बांधना होगा.
- फ़ॉरवर्डिंग नोट पर प्रारंभिक स्टेशन और गंतव्य स्टेशन, पोस्टल एड्रेस, मॉडल का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर, वाहन का वजन, वाहन का मूल्य आदि भरें.
वाहन को लगेज़ के तौर पर बुक करने की प्रक्रिया:
- यदि आप उसी ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तो आप अपने वाहन को सामान (लगेज) के रूप में बुक कर सकते हैं.
- इसके लिए आपको ट्रेन के प्रस्थान (Departure) समय से कम से कम आधा घंटा पहले उपस्थित होना होगा.
- पैकिंग, लेबलिंग और मार्किंग की प्रक्रिया वही रहती है जो टू-व्हीलर को पार्सल के रूप में बुक करते समय अपनाई जाती है.
- दोपहिया वाहन को लगेज के तौर पर बुकिंग करते समय आपको अपना यात्रा टिकट दिखाना होगा.
- आपको निर्धारित शुल्क का पेमेंट करने के बाद लगेज टिकट दिया जाएगा.
- आपके यात्रा टिकट पर भी एक इंडोर्समेंट किया जाएगा.
- दोपहिया वाहन को उसी ट्रेन से भेजा जाएगा, जिससे आप यात्रा कर रहे हों.
- हालांकि ये ट्रेन की उपलब्ध स्पेस पर निर्भर करता है.
- डिलीवरी लेने के लिए ओरिजिनल टिकट और लगेज एंडोर्समेंट दिखाना होगा.
- डिलीवरी लेते समय लगेज टिकट को सरेंडर करना होगा.
इस तरह आप रेलवे के माध्यम से अपने वाहन को एक जगह से दूसरी जगह भेज सकते हैं. यदि आप वाहन को पार्सल या लगेज के तौर पर बुक करने से पहले शुल्क के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप उपर दिए गए आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से अनुमानिक फेयर की जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसके लिए यहां पर एक कैलकुलेटर दिया गया है.