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6 महाद्वीप, 27 देश और 30,000Km! इलेक्ट्रिक कार से दुनिया घूम इस महिला ने बनाया रिकॉर्ड

Lexie Alford को ट्रैवेलिंग का खूब शौक है और वो पेशे एक ट्रैवेल ब्लॉगर हैं. साल 2019 में उन्होनें महज 21 साल की उम्र में 195 देशों की यात्रा का अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज कराया था. इस बार लेक्सी ने Ford Explorer इलेक्ट्रिक कार से 6 महाद्वीपों की यात्रा की है.

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Lexie Alford. Pic Credit: Lexie Alford/Facebook
Lexie Alford. Pic Credit: Lexie Alford/Facebook

इलेक्ट्रिक कारों को लेकर आम लोगों के जेहन में जो सबसे बड़ा सवाल जो आता है वो है कारों की रेंज को लेकर. आमतौर पर लोगों की धारणा रहती है कि, इलेक्ट्रिक कारों से लंबी दूरी की यात्राएं करना आसान नहीं है. भारत जैसे देश में इलेक्ट्रिक कार ड्राइविंग के लिए चार्जिंग इंफ्रा एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यदि सबकुछ एक प्लान के तहत किया जाए तो क्या कुछ मुमकिन नहीं है. ऐसा ही कुछ एडवेंचरर लेक्सी अल्फ़ोर्ड (Lexie Alford) ने भी कर दिखाया है. 

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Lexie Limitless के नाम से मशहूर ब्लॉगर और एडवेंचरर लेक्सी ने 6 महाद्वीप, 27 देश और 30,000 किलोमीटर की यात्रा एक इलेक्ट्रिक कार से तय कर के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. वो दुनिया की पहली ऐसी महिला बन चुकी हैं जिन्होनें इलेक्ट्रिक वाहन से दुनिया का पूरा चक्कर लगाया है. इतना ही नहीं लेक्सी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है. साल 2019 में उन्होनें महज 21 साल की उम्र में 195 देशों की यात्रा का अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज कराया था.

Lexie Alford

यात्रा के दौरान भारत में लेक्सी. Pic Credit: Lexie Limitles/Facebook

मुश्किलों में भी जारी रहा सफर:

इस बार एडवेंचरर लेक्सी अल्फ़ोर्ड ने यूरोपीय ग्राहकों के लिए डिज़ाइन किए गए नए ऑल-इलेक्ट्रिक फोर्ड एक्सप्लोरर (Ford Explorer) इलेक्ट्रिक कार से दुनिया का चक्कर लगाया है. लेक्सी ने इस यात्रा के दौरान 6 महाद्वीपों को पार किया जो 27 देशों से होकर गुजरी और 30,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी अकेले इलेक्ट्रिक कार से तय की. इस दौरान लेक्सी ने अफ्रीका में बिजली की कमी, चिली के अटाकामा रेगिस्तान में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी, कच्ची सड़कों, पहाड़ी दर्रों और भयानक ठंड से जूझते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया है.

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बता दें कि, लेक्सी ने अपनी साहसिक यात्रा के दौरान जिस Ford Explorer इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल किया है वो एक प्री-प्रोडक्शन मॉडल है. जिसको लेकर कंपनी का दावा है कि, ये हर तरह के रोड कंडिशन को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. इस यात्रा के दौरान कार को चार्ज करने के लिए  2.2 kw की क्षमता का AC वॉल चार्जर और DC फास्ट चार्जर का इस्तेमाल किया गया.

Ford

कैसी है Ford Explorer: 

Ford Explorer को कंपनी ने यूरोपीय बाजार के लिए तैयार किया है. ये यूरोप में डेवलप फोर्ड की पहली इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार है जिसमें जर्मन इंजीनियरिंग, अमेरिकी स्टाइल और बेहतर स्टैंडर्ड स्पेसिफिकेशन मिलते हैं. कंपनी का दावा है कि ये इलेक्ट्रिक एसयूवी सिंगल चार्ज में 602 किमी तक की ड्राइविंग रेंज देती है. एक्सप्लोरर को सिंगल मोटर रियर-व्हील ड्राइव (RWD) या डुअल मोटर ऑल-व्हील ड्राइव (AWD) पावरट्रेन के विकल्प के साथ पेश किया गया है.

26 मिनट में चार्ज:

दोनों में ही एक्सटेंडेड रेंज, लिथियम-आयन निकल मैंगनीज कोबाल्ट (NMC) बैटरी का उपयोग किया गया है. जो यूरोपीय क्लाइमेट के अनुसार बेहतर परफॉर्मेंस देती हैं. AWD मॉडल को 185 kW DC फास्ट चार्जिंग का उपयोग करके 10-80 प्रतिशत तक चार्ज करने में लगभग 26 मिनट 5 का समय लगता है. यानी कि ये इलेक्ट्रिक कार फटाफट चार्ज हो जाती है.

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ये इलेक्ट्रिक कार न केवल फास्ट चार्ज हो जाती है बल्कि पिक-अप के मामले में भी ये शानदार है. इसका इलेक्ट्रिक मोटर 300 पीएस की पावर जेनरेट करता है और कंपनी का कहना है कि इसका ऑल व्हील ड्राइव मॉडल महज 5.3 सेकंड में ही 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है. ये एसयूवी तकरीबन 1200 किलोग्राम तक का भार खींच भी सकती है. 

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