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ऑटो एक्सपो का मंच सजा है, दुनिया भर की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियां अपने एक से बढ़कर एक एडवांस तकनीक वाले वाहनों और कॉन्सेप्ट को लगातार पेश कर रही हैं. इसी बीच देश के दो IITian का हुनर सबसे जुदा नजर आया. दरअसल, मुंबई बेस्ड स्टार्टअप Liger Mobility ने इस ऑटो एक्सपो में दुनिया की पहली ऑटो-बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर को पेश किया है. पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को बहुत जल्द ही बिक्री के लिए भी लॉन्च किया जाएगा.
Liger Mobility के को-फाउंडर विकास पोद्दार इंदौर आईआईटी मद्रास और आशुतोष आईआईटी खड़गपुर के छात्र रहे हैं. इन दोनों IITian ने आज तक से बात करते हुए बताया कि, किस तरह उन्हें ये ऑटो-बैलेंस इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने का आइडिया आया और समय के साथ वो किस तरह आगे बढ़ें. इस ब्रांड के नाम के पीछे का किस्सा भी बेहद ही दिलचस्प है. तो आइये जानते हैं इस स्कूटर और ऑटो बैलेंसिंग तकनीक के बारे में:
क्या है ऑटो-बैलेंसिंग और कैसे काम करती है ये तकनीक:
विकास बताते हैं कि, "इस स्कूटर और तकनीक पर उनका स्टार्टअप पिछले 6 सालों से काम कर रहा है. इस स्कूटर में ऑटो बैलेंसिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो कि बेसिकली ऑर्टिफिशियल इंटीलिजेंस (AI) बेस्ड तकनीक है. इस तकनीक के पीछे मूल रूप से जायरोस्कोपिक प्रिंसिपल ऑफ फिजिक्स (Gyroscopic Theory) का सिद्धांत काम करता है, जिससे ये स्कूटर स्थिर रहते हुए भी इस इस्तेमाल किए गए कई सेंसर्स की मदद से अपनी जगह पर खड़ा रहता है. इसमें दिए गए सेंसर स्कूटर के आसपास का पूरा डाटा कलेक्ट करते हैं और (AI) इसे प्रोसेस करता है."
इस तकनीक को लाइगर मोबिलिटी ने पूरी तरह से इन-हाउस डेवलप किया है. इससे पहले महिंद्रा ड्यूरो स्कूटर पर भी इस तकनीक की टेस्टिंग की गई थी. जिसका वीडियो डेमो कंपनी ने दिखाया था. इस बार ऑटो एक्सपो में भी कंपनी ने इस इलेक्ट्रिक स्कूटर का एक डेमो शोकेस किया है, जिसमें एक व्यक्ति स्कूटर पर बैठा है और वो बिना किसी सहारे के स्कूटर को स्लो-स्पीड में आगे पीछे कर रहा है.
क्या स्टैंड की नहीं होगी जरूरत:
हमने जब इस स्कूटर के बारे में अपने पूर्व के लेख में बताया था तो बहुत से लोगों ने हमसे ये सवाल किया था कि, क्या इसमें साइड स्टैंड इत्यादि नहीं दिया जाएगा. तो आपको बता दें कि, इस स्कूटर में साइड स्टैंड दिया जा रहा है. इसके बारे में विकास बताते हैं कि, "ऑटो बैलेंसिंग तकनीक स्लो-स्पीड के लिए है क्योंकि हाई स्पीड में स्कूटर खुद बैलेंस रहता है. लेकिन ये तकनीक तभी काम करती है जब स्कूटर ऑन रहता है और इसके सेंसर्स एक्टिव रहते हैं. यदि स्कूटर बंद है तो निश्चित रूप से इसे स्थिर रखने के लिए साइड या मेन स्टैंड की जरूरत होगी."
कैसे फायदेमंद होगी ये तकनीक:
आमतौर पर देखा जाता है कि, सड़क पर स्कूटर ड्राइव करते हुए स्लो-स्पीड में लोगों का बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा सिग्नल पर रूकते वक्त, या फिर खराब रास्तों पर ड्राइव करते समय चालक को बार-बार अपने पांव जमीन पर रखने पड़ते हैं जो कि राइड को रिस्की और थकाऊ बना देता है. ऑटो-बैलेंसिंग तकनीक के प्रयोग का मुख्य उद्देश्य ये है कि, आपको सुरक्षित और आरामदायक राइड प्रदान की जाए. यदि आप कीचड़ भरे, खराब रास्तों पर स्लो स्पीड में ड्राइव करते हैं या फिर सिग्नल पर रूकते हैं तो आपको अपने पांव जमीन पर रखने की जरूरत नहीं है.
इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को Liger X और Liger X+ सहित कुल दो वेरिएंट्स में पेश करेगी. कंपनी ने इसके सभी कंपोनेंट्स को स्थानीय स्तर पर ही तैयार किया, यानी कि ये पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया ऑटो बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर है. कंपनी ने औरंगाबाद में स्कूटर का प्रोडक्शन प्लांट सेटअप किया है. विकास का कहना है कि, अब तक दुनिया में किसी भी कंपनी ने प्रोडक्शन रेडी लेवल पर किसी भी ऑटो बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक व्हीकल को पेश नहीं किया है, हालांकि होंडा और यामहा जैसे ब्रांड्स ने कॉन्सेप्ट मॉडल जरूर दिखाए थें.
ड्राइविंग रेंज और चार्जिंग:
बता दें कि, Liger X सिंगल चार्ज में 60 किलोमीटर तक का रेंज देगी वहीं Liger X+ सिंगल चार्ज में तकरीबन 100 किलोमीटर तक का ड्राइविंग रेंज देगी. हायर वेरिएंट में डिटैचेबल बैटरी दिया जा रहा है, जिसे आप बाहर निकाल कर घर या ऑफिस कहीं भी चार्ज कर सकते हैं. इसके बैटरी को सामान्य 15 एम्पीयर के घरेलू सॉकेट से कनेक्ट कर चार्ज किया जा सकता है. इस स्कूटर के साथ जो चार्जर दिया जाएगा उससे बेस वेरिएंट की बैटरी को चार्ज होने में तकरीबन 3 घंटे और हायर वेरिंएट को चार्ज होने में 4 घंटे 30 मिनट का समय लगेगा. इसके अलावा फास्ट चार्जर का भी मिलेगा, जिसके लिए ग्राहकों को अतिरिक्त पैसे खर्च करने होंगे.
अभी फिलहाल, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर के स्पेसिफिकेशन के बारे में बस इतनी ही जानकारी साझा की गई है. कंपनी इस साल के मध्य तक इसके अन्य फीचर्स और स्पेसिफिकेशन का भी खुलासा करेगी. इस स्कूटर में 4G और जीपीएस कनेक्टिविटी भी दिया जा रहा है.
कब होगी लॉन्च और क्या होगी कीमत:
विकास का कहना है कि, "इसे दिवाली तक बाजार में आधिकारिक तौर पर बिक्री के लिए पेश किया जाएगा, इससे पूर्व जुलाई में इसकी बुकिंग शुरू की जा सकती है. इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को चरणबद्ध (फेज़) तरीके से बाजार में पेश किया जाएगा. हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि, पहले किस शहर में पेश किया जाएगा, ज्यादा उम्मीद है कि पहले पुणे में पेश किया जाए."
इसके बेस Liger X वेरिएंट की कीमत तकरीबन 90 हजार रुपये और Liger X+ वेरिएंट की कीमत का अभी खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन जाहिर है कि वो इससे ज्यादा होगी. ये स्कूटर कुल पांच रंगों के साथ बाजार में उतारी जाएगी. एक्सपो के दौरान कंपनी ने रेड, व्हाइट और स्काई ब्लू कलर में शोकेस किया है. इस स्कूटर के लिए कंपनी एक्सपीरिएंस सेंटर भी शुरू करेगी और ऑनलाइन बिक्री की योजना बनाई जा रही है. शुरुआत में कंपनी का लक्ष्य 20,000 यूनिट्स प्रोडक्श है जिसे भविष्य में बढ़ाकर 1 लाख यूनिट्स किया जाएगा.
नाम के पीछे की कहानी:
ब्रांड नेम के बारे में पूछने पर विकास बताते हैं कि, "एक दोपहिया वाहन होते हुए भी ये स्कूटर एक चारपहिया वाहन जैसा कम्फर्ट प्रदान करता है. आपको स्लो-स्पीड में भी या रूकते समय अपने पांव को जमीन पर रखने की जरूरत नहीं होती है. इसलिए इस स्कूटर में दोनों तरह के वाहन का गुण देखने को मिलता है, इसलिए ब्रांड को एक हाइब्रिड एनिमल (Liger) का नाम दिया गया, जो कि Lion और Tiger का मिक्स वर्जन होता है."