देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) का कहना है कि पेट्रोल-डीजल महंगे होने से लोग CNG गाड़ियां खरीद कर रहे हैं. साल दर साल इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मुकाबले CNG गाड़ियों की डिमांड तेजी से बढ़ी है.
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई से कहा कि कंपनी का CNG गाड़ियों पर ज्यादा फोकस है. ग्राहक CNG कारें पसंद कर रहे हैं. पिछले वित्त-वर्ष में कंपनी ने करीब 1.62 लाख CNG कारें बेचीं.
बिक्री दोगुनी होने की उम्मीद
यही नहीं, कंपनी को उम्मीद है कि मौजूदा वित्त-वर्ष में सीएनजी कारों की बिक्री करीब दोगुनी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि 2021-22 में करीब 3 लाख CNG यूनिट्स बेचने की उम्मीद करते हैं. यह तब है, जब हमारे कई मॉडलों में अभी CNG विकल्प नहीं हैं. मारुति सुजुकी द्वारा बेचे जाने वाले 15 ब्रांडों में से सिर्फ सात मॉडलों में CNG विकल्प है.
फिलहाल भारत में कुल CNG पर बाजार पर 85 फीसदी कब्जा मारुति सुजुकी का है. कंपनी हाल ही में पेश की गई नई Celerio का CNG संस्करण भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. CNG पर मारुति की खास निगाहें इसलिए हैं, क्योंकि लगातार इसकी बिक्री बढ़ रही है.
मारुति ने साल 2016-17 में 74,000 यूनिट्स CNG गाड़ियां बेचीं, 2018-19 में बिक्री बढ़कर 1 लाख यूनिट्स तक पहुंच गई. वहीं 2019-20 में 1.05 लाख यूनिट्स और 2020-21 में 1.62 लाख यूनिट्स CNG गाड़ियां बेचीं.
सीएनजी गैस वितरण नेटवर्क का विस्तार
श्रीवास्तव ने कहा कि CNG वाहनों की बिक्री बढ़ रही है, क्योंकि सीएनजी गैस वितरण नेटवर्क में नए शहर जुड़ रहे हैं. तीन साल में 143 शहरों से से बढ़कर अब 293 शहरों तक पहुंच चुका है. अगले साल यह बढ़कर 330 से अधिक शहरों तक पहुंच सकता है.
उन्होंने कहा कि देश में तीन साल पहले केवल 1,400 फिलिंग स्टेशन हुआ करते थे, अब यह आंकड़ा 3,300 पार कर गया है और अगले डेढ़ वर्षों में 8,700 तक आंकड़ा छूने की उम्मीद है. जबकि 2025 तक देश में 10,000 CNG फिलिंग स्टेशन होने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि सरकार भी CNG गाड़ियों को बढ़ावा दे रही है, ताकि पेट्रोल-डीजल की डिमांड कम हो. फिलहाल मारुति के पोर्टफोलियो में Alto, S-presso, WagonR, Eeco, TourS, Ertiga और Super Carry CNG गाड़ियां हैं. कंपनी ने बताया कि जल्द ही मारुति के पोर्टफोलियो में 4 और CNG मॉडल शामिल होने वाले हैं.