
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने बीते दिसंबर महीने में वाहनों की बिक्री की रिपोर्ट पेश कर दी है. कंपनी की घरेलू बिक्री में भारी गिरावट देखने को मिली है. पिछले साल के दिसंबर महीने के मुकाबले दिसंबर-23 की बिक्री में 9.9% की गिरावट देखी गई है. हमेशा से कंपनी के सेल्स चार्ट में अव्वल रहने वाली Alto और S-Presso जैसी कारों को भी साल के अंत में खरीदार नहीं मिले हैं. मिनी कार सेग्मेंट में कुल 40% की कमी देखने को मिली है.
कंपनी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार मारुति सुजुकी के मिनी कार सेग्मेंट में कुल 9,765 यूनिट्स वाहनों की बिक्री हुई है जो कि पिछले साल के दिसंबर महीने में कुल 16,320 यूनिट्स थें. इस सेग्मेंट में Maruti Alto और S-Presso जैसे मॉडल आते हैं. हालांकि यूटिलिटी व्हीकल सेग्मेंट के अर्टिगा, ब्रेज़ा और ग्रैंड विटारा जैसी कारों ने कंपनी की बिक्री को काफी हद तक संभाला जरूर है.
आखिर क्यों घट रही है छोटी कारों की बिक्री:
मारुति सुजुकी ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि, इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की आपूर्ति की कमी के चलते वाहनों का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है और इसका असर वाहनों की बिक्री पर भी देखने को मिला है. लेकिन इससे अलग अचानक मिनी सेग्मेंट की कारों की बिक्री कम होने के कुछ और भी कारण माने जा रहे हैं. हाल ही में मारुति सुजुकी ने अपनी Alto K10 को बाजार में उतारा है, जिसकी शुरुआती कीमत 4 लाख रुपये है. नए इंजन और अपडेट के बावजूद इस कार ने कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखाया. दूसरी ओर S-Presso भी तकरीबन इसी प्राइस सेग्मेंट में आती है, जिसकी शुरुआती कीमत 4.25 लाख रुपये है.
जानकारों का मानना है कि, बीते कुछ समय में SUV वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ी है. कॉम्पैक्ट और माइक्रो एसयूवी सेग्मेंट के वाहनों ने छोटी और सस्ती कारों की बिक्री पर भी असर डाला है. ग्राहक अब एडवांस फीचर और बेहतर स्पेस वाली कारों को तरजीह दे रहे हैं. बाजार में अन्य ब्रांड्स में कई ऐसे मॉडल उपलब्ध हैं जिन्हें ग्राहक विकल्प के तौर पर देख रहे हैं.
कंपनी के चेयरमैन पहले ही दे चुके हैं संकेत:
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने अक्टूबर महीने में इस बात के संकेत भी दिए थें और उन्होनें कहा था कि, "एंट्री लेवल पैसेंजर कारों की बिक्री में गिरावट जारी रहेगी क्योंकि इन कारों को खरीदने की लोगों की क्षमता खत्म हो गई है." भार्गव ने कहा था कि, "शहरी और ग्रामीण हर इलाके में हैचबैक कारों की बिक्री होती है, लेकिन लोगों की खरीदने की क्षमता कम हो गई है और इसलिए हैचबैक में बिक्री की वृद्धि नहीं हो रही है." उन्होनें कहा था कि, "हैचबैक सेग्मेंट अब बढ़ने वाला नहीं है, बल्कि घटेगा."
भार्गव ने अपने बयान में कहा था कि, हैचबैक कारों की बिक्री पिछले तीन वर्षों से घट रही है, इसलिए, यह एक नई घटना नहीं है. मुद्रास्फीति इसे और भी बदतर बना देगी क्योंकि यह सीमित आय वाले लोग हैं, जो मुद्रास्फीति से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. हालांकि उन्होनें ये भी कहा था कि, समय के साथ धीरे-धीरे मुद्रास्फीति नियंत्रण में आ रहा है.
कैसी है Maruti Alto:
मारुति सुजुकी ऑल्टो दो इंजन विकल्पों के साथ सीएनजी वेरिएंट में भी उपलब्ध है. एक सबसे सस्ता वेरिएंट जिसे ऑल्टो 800 के नाम से जाना जाता है. इसमें कंपनी ने 0.8-लीटर की क्षमता का पेट्रोल इंजन इस्तेमाल किया है, जो कि 48PS की पावर और 69Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. इसका पेट्रोल वेरिएंट 22.05 किलोमीटर और सीएनजी मॉडल 31.59 किलोमीटर प्रतिकिग्रा तक का माइलेज देता है. इसकी कीमत 3.39 लाख रुपये से लेकर 5.03 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है.
वहीं Alto K10 में कंपनी ने 1-लीटर की क्षमता का पेट्रोल इंजन दिया है, जो कि 67PS की पावर और 89Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. ये इंजन 5-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ आता है. इसमें आइडियल स्टार्ट/स्टॉप तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. इसका पेटोल मॉडल 24.39 किलोमीटर प्रतिलीटर और सीएनजी मॉडल 33.85 किलोमीटर प्रतिकिग्रा तक का माइलेज देता है. इसकी कीमत 3.99 लाख रुपये से लेकर 5.95 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है.
Maruti S-Presso में क्या है ख़ास:
इसमें कंपनी ने 1.0-लीटर की क्षमता का के-सीरीज डुअल-जेट इंजन दिया जाएगा, जो कि आइडियल स्टॉर्ट-स्टॉप टेक्नोलॉजी के साथ आता है. ये इंजन 65.7 bhp की पावर और 89 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. इस इंजन को 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जोड़ा गया है, और ये कार (AGS) ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में भी उपलब्ध है. इसका पेट्रोल मॉडल 21.4 किलोमीटर प्रतिलीटर और सीएनजी मॉडल 32.73 किलोमीटर प्रतिकिग्रा तक का माइलेज देता है. इसकी कीमत 4.25 लाख से 6.10 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है.