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MotoGP Bharat Scoring and Guidelines: भारत का सबसे बड़ा सूबा उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रहा है. 22 सितंबर से यहां पर तीन दिवसीय दुनिया की सबसे मशहूर बाइक रेसिंग चैंपियनशिप MotoGP Bharat का आगाज बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIS) पर हो रहा है. शुरूआती दो दिनों में प्रैक्टिस सेशन और क्वालिफाइंग रेस होगी और फिर 24 सितंबर को फाइनल रेस का आयोजन किया जाएगा. इसके टाइमिंग और शिड्यूल के बारे में हमने आपको अपने पिछले लेख में बताया था.
MotoGP को लेकर लोगों में ख़ासा उत्साह नज़र आ रहा है, और ऐसा होना लाजमी भी है. अब तक जिन रेसर्स को भारतीय दर्शक टीवी की स्क्रीन पर देखते आए हैं अब उन्हें लाइव रेसिंग ट्रैक पर रफ्तारी जंग का कारनामा करते देखने का मौका मिल रहा है. ये चैंपियनशिप भारत मे पहली बार हो रही है, इसलिए बहुतायत लोग इसके नियमों और स्कोरिंग सिस्टम से अनजान हैं. कल यानी कि 22 सितंबर से प्रैक्टिस सेशन शुरू हो रहा है, इससे पहले हम आपको इस मोटरस्पोर्ट से जुड़े हर सवाल का जवाब लेकर आए हैं. तो आइये जानें कैसे तय होता रेसिंग की दुनिया के इस महाअभियान का विजेता और कैसे होती है स्कोरिंग-
MotoGP के चार हिस्से-
सबसे पहले तो ये जान लें कि, मोटोजीपी को कुल चार अलग-अलग भागों में विभाजित किया गया है. जिसे, MotoGP, Moto2, Moto3 और MotoE के नाम से जाना जाता है. ये वर्गीकरण राइडर्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बाइक्स के इंजन क्षमता के आधार पर किया जाता है. जो कि इस प्रकार हैं-
MotoGP का राइडर 1000 सीसी की क्षमता का बाइक चलाता है और इसकी टॉप स्पीड 360 किमी/घंटा होती है.
Moto-2 का राइडर 765cc के इंजन क्षमता वाली बाइक चलाता है और इसकी अधिकतम स्पीड तकरीबन 300 किमी/घंटा होती है.
Moto-3 में 250 सीसी के इंजन क्षमता वाले बाइक्स को शामिल किया जाता है जिसकी टॉप स्पीड 240 किमी/घंटा होती है.
Moto-E को हाल ही में साल 2019 में शुरू किया गया और इसमें इलेक्ट्रिक बाइक्स चलाई जाती हैं और इनकी टॉप स्पीड 275 किमी/घंटा होती है.
MotoGP Bharat में कुल 11 टीमें हिस्सा ले रही हैं, और इनमें 22 राइडर्स शामिल हो रहे हैं. ज्यादातर राइडर्स स्पेन और इटली से हैं और इसके अलावा साउथ अफ्रीका, आस्ट्रेलिया और जापान से भी कुछ राइडर्स शामिल हो रहे हैं. इन राइडर्स में जॉर्ज मार्टिन, मोटोजीपी लीजेंड वैलेंटिनो रॉसी के सौतेले भाई लुका मारिनी, एलेक्स रिंस, मार्को बेज़ेची, जोहान ज़ारको और मार्क मार्केज़ जैसे कुछ बड़े नाम शामिल हैं. इस बार मोटोजीपी भारत में सबकी निगाहें इन रेसर्स पर होंगी.
यहां देखें मोटोजीपी भारत की टीम और राइडर्स डिटेल: MotoGP Team & Riders
प्रैक्टिस सेशन और क्वॉलिफाइंग रेस: शुक्रवार और शनिवार
प्रैक्टिस सेशन की शुरूआत वीकेंड के पहले शुक्रवार से शुरू होती है, इस दिन दो फ्री प्रैक्टिस सेशन होते हैं, दोनों 45 मिनट के होते हैं. इन्हें टेक्निकल भाषा में FP1 और FP2 कहा जाता है. इसके बाद शनिवार को तीसरे फ्री प्रैक्टिस सेशन यानी कि FP3 के साथ शुरुआत होती है, जो 45 मिनट तक चलता है, जबकि FP4 सेशन आधे घंटे तक चलता है. FP4 सेशन के तुरंत बाद क्वालीफाइंग सेशन होते हैं, जो 15 मिनट के दो चरणों में आयोजित किया जाता है. ये तो हुई प्रैक्टिस सेशन और क्वालिफाइंग रेस की बात इसके बाद होती है फाइनल रेस-
MotoGP Bharat का स्पेशल कवरेज यहां देखें: मोटोजीपी भारत
फाइनल रेस: रविवार
MotoGP की फाइनल रेस रविवार को होती है, इस दिन की शुरुआत 20 मिनट के वार्म-अप सेशन (मोटो2 और मोटो3 के लिए 10 मिनट तक) के साथ होती है, जिसके कुछ घंटों बाद फाइनल रेस होती है. लैप्स की संख्या उस सर्किट की लंबाई पर निर्भर करती है जिस पर रेस चल रही है - आम तौर पर, MotoGP रेसिंग में तय की गई कुल दूरी लगभग 100 से 130 किमी होती है.
कैसे होती है स्कोरिंग:
अगर आप भी रेस देखने जाने की योजना बना रहे हैं तो जान लें कि, आखिर MotoGP का स्कोरिंग सिस्टम कैसे काम करता है. रेस के विजेताओं को 25 अंक, दूसरे स्थान पर आने वाले को 20 अंक, तीसरे स्थान पर आने वाले को 16 अंक और चौथे स्थान पर पहुंचने वाले राइडर को 13 अंक मिलते हैं. इसके अलावा पांचवे पोजिशन पर पहुंचने वाले को 11 प्वाइंट्स दिए जाते हैं, इसके बाद आने वाले हर राइडर को प्रत्येक पोजिशन के अनुसार एक अंक कम मिलता है. बेशक, चैंपियनशिप का विजेता वह होता है जिसके अंत में सबसे अधिक अंक होते हैं.
MotoGP के बाइक के लिए नियम:
इस वर्ष, नियमों में उपयोग किए जाने वाले इंजनों की संख्या को सीमित किया गया है. सभी 21 रेसों के लिए 8 इंजनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है, हालांकि आठवें इंजन का उपयोग 19वीं रेस से किया जा सकता है. इसके अलावा टायरों की संख्या को भी फिक्स किया गया है, प्रत्येक टीम के पास पूरे वीकेंड के लिए 22 टायर उपलब्ध होंगे, जिनमें से 10 आगे के लिए और 12 पहियों का इस्तेमाल बाइक के पिछले हिस्से में किया जाएगा. इसके लिए विशेष रूप से मिशेलिन के साथ समझौता किया गया है.
कैसी होती हैं MotoGP Bikes:
MotoGP में इस्तेमाल की जाने वाली बाइक साधारण मोटरसाइकिल नहीं होती है. इसे ख़ास तौर पर डिज़ाइन किया जाता है, कुल मिलाकर ये एक पर्पज-बिल्ट रेसिंग मशीनें हैं जो न तो बिक्री के लिए उपलब्ध हैं और न ही सार्वजनिक सड़कों पर कानूनी रूप से चलाई जा सकती हैं. इसे ख़ास तौर पर मोटोजीपी के लिए तैयार किया जाता है और यही खूबी इसे सुपरबाइक वर्ल्ड चैम्पियनशिप से अलग बनाती है, जिसमें रोड-लीगल बाइक के मॉडिफाइड वर्जन का इस्तेमाल किया जाता है.
फाइनल रेस में इस्तेमाल होने वाली बाइक:
इंजन क्षमता | 1000 सीसी |
पावर आउटपुट | 240 HP |
वजन | 150 किग्रा |
अधिकतम स्पीड | 340 किमी/घंटा |
अधिकतम फ्यूल क्षमता | 22 लीटर |
MotoGP Bharat के आयोजक:
डोर्ना स्पोर्ट्स 1991 से FIM वर्ल्ड चैम्पियनशिप ग्रैंड प्रिक्स (MotoGPTM) का आयोजक है और दुनिया भर में विशेष कमर्शियल और टेलीविजन अधिकारों का मालिक है. फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स को डोर्ना स्पोर्ट्स द्वारा 7 साल की अवधि (2023 - 2029 तक) के लिए भारत में रेस आयोजित करने के अधिकारों का लाइसेंस दिया गया है. भारत के पहले मोटोजीपी रेस का टाइटल स्पांसर इंडियन ऑयल (Indian Oil) है.