जितनी बड़ी कार, उतना ज्यादा टैक्स. इसलिए भारत में बड़ी कार खरीदना कोई आसान बात नहीं है. आप टैक्स स्ट्रक्चर को देखें तो आपको कुछ पल के लिए विश्वास नहीं होगा. लेकिन हकीकत से आप मुंह नहीं मोड़ सकते हैं.
दरअसल, अगर 24 लाख की कार घर पहुंचते-पहुंचते 45 लाख रुपये से ज्यादा की हो जाए, तो हर किसी को हैरान होना लाजिमी है. 24 लाख से 45 लाख तक कीमत पहुंचाने में टैक्स का बड़ा योगदान है. आइए अब सीधे आपको बताते हैं कि कैसे 24 लाख वाली Toyota Fortuner की कीमत ग्राहकों को चाभी मिलने तक बढ़कर 45 लाख रुपये से ज्यादा की हो गई.
टैक्स का खेल
मुंबई में Toyota Fortuner के एक मॉडल की लागत यानी बिना टैक्स कीमत 24.11 लाख रुपये थी, जिसपर 28 फीसदी जीएसटी (14% CGST+ 14% SGST) लगाया गया है, जो कि 6,75,172 रुपये बनता है. उसके बाद इस SUV पर 22 फीसदी (Compensation Cess) जोड़ा गया है, जो 5,30,493 रुपये बैठता है. इन दोनों टैक्स को जोड़ दे तो 24 लाख की फॉर्चूनर पर 12 लाख 5 हजार रुपये केवल टैक्स लगा है.
GST और क्षतिपूर्ति सेस लगने के बाद Toyota Fortuner की कीमत 24.11 लाख से बढ़कर 36.17 लाख रुपये हो जाती है. जो कि इसका एक्स-शोरूम प्राइस है. यानी टोटल 50 फीसदी टैक्स वसूला गया है.
50 फीसदी तक टैक्स
इसके अलावा ग्राहक को पंजीकरण राशि का भुगतना करना पड़ता है. यह रिजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) के हिसाब से तय होता है, अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रजिस्ट्रेशन चार्ज वसूला जाता है. अगर महाराष्ट्र की बात करें तो मुंबई में Toyota Fortuner की एक्स-शोरूम कीमत 36.17 लाख रुपये है, जिसपर RTO की तरफ से कुल टैक्स 7.57 लाख रुपये लगा है. इसके अलावा 1 फीसदी TCS लगाया है, जो कि 10 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की कारों पर लगाया जाता है.
इसके बाद इंश्योरेंस समेत दूसरे चार्ज जोड़कर गाड़ी की ऑन रोड प्राइस (On Road Price) 45.06 लाख रुपये हो जाती है. इस तरह से ग्राहक को 24.11 लाख रुपये की Fortuner पर करीब 21 लाख रुपये टैक्स (Tax) और RTO चुकाने पड़ते हैं. जो कि बहुत बड़ी राशि है. हालांकि छोटी कार पर Compensation Cess कम वसूला जाता है.
Luxury गाड़ियों पर 22 फीसदी सेस
बता दें, मौजूदा समय सभी पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) कारों पर 18 फीसदी से 28 फीसदी तक जीएसटी (GST) वसूला जाता है. हैचबैक गाड़ियों पर 18 फीसदी जीएसटी वसूला जाता है. लग्जरी (Luxury) वाहनों पर 28 फीसदी का जीएसटी का प्रावधान है. इसके ऊपर सेडान वाहनों पर 22 फीसदी और SUV पर भी 22 फीसदी का सेस लगता है. कुल टैक्स को देखें तो लग्जरी वाहनों पर कुल कर 50 प्रतिशत बैठता है. बता दें, कारों की साइज और कीमत के हिसाब टैक्स टैक्स तय होते हैं.
टैक्स अलावा गाड़ियों पर RTO चार्ज लगाया जाता है. अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रजिस्ट्रेशन चार्ज वसूले जाते हैं. कई राज्यों में लग्जरी वाहनों पर पंजीकरण की लागत काफी ज्यादा है. जिसे लगातार कम करने की मांग की जाती है.
Toyota Fortuner (AT) की लागत (प्री-एक्सशोरूम)- 24,11,333 रुपये
GST (CGST) 14%- 3,37,586 रुपये
GST (SGST)14%- 3,37,586 रुपये
Comp Cess (22%)- 5,30,493 रुपये
RTO- 7,57,102 रुपये
Depot Charge- 16,500 रुपये
Accessories- 35,853 रुपये
TCS- 36,170 रुपये
Extent warranty- 43,645 रुपये
Fastag- 500 रुपये
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On Road Cost- 45,06,777 रुपये.