केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि दिल्ली-मुंबई के बीच बन रहे नए ग्रीन एक्सप्रेसवे से लॉजिस्टिक की लागत में कमी आएगी. इससे ट्रकों के ट्रिप में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा. नितिन गडकरी बिजनेस टुडे Brainstorm Budget 2022 कार्यक्रम में बोल रहे थे.
54 घंटे का समय रह जाएगा 20 घंटे
नितिन गडकरी ने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर के जरिए सरकार का फोकस लॉजिस्टिक कॉस्ट में कमी लाने की है. उदाहरण के लिए अभी मुंबई-दिल्ली के बीच एक ट्रक को एक ट्रिप में 48 घंटे से 54 घंटे का समय लगता है. एक साल में नया कॉरिडोर बन जाने के बाद यह समय घटकर 18-20 घंटे पर आ जाएगा. इससे लागत में कमी आ जाएगी.
टोल के सवाल पर ये बोले गडकरी
नितिन गडकरी ने सड़कों पर टोल लगाने के सवाल का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि इस तरह के सभी काम सरकारी खर्च से नहीं हो सकते. उदाहरण के जरिए समझाते हुए गडकरी ने कहा कि पहले मुंबई से पुणे जाने में 8-9 घंटे का समय लगता था. एक्सप्रेसवे बन जाने से केवल 2 घंटे लगते हैं. इस तरह आपके फ्यूल और समय दोनों की बचत होती है.
इस बार के बजट में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को 1.99 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए. यह पिछले बजट की तुलना में 68 फीसदी ज्यादा है. बजट में 2022-23 में नेशनल हाईवे के नेटवर्क में 25 हजार किलोमीटर का विस्तार करने का टारगेट सेट किया गया.
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