सरकार कारों में सेफ्टी फीचर्स (Car Safety Features) को लेकर काफी एक्टिव है. देश में सड़क दुर्घटनाओं (Road Accident) के चलते होने वाली मौतें कम करने के लिए सरकार बड़ा फैसला लेने वाली है. सरकार जल्द ही हर कार में कम से कम 6 एयरबैग (Air Bag) अनिवार्य करने वाली है. इसको लेकर नोटिफिकेशन आने वाले महीनों में जारी किया जा सकता है. ऑटो कंपनियों के लिए यह नियम कब से लागू होगा, सरकार ने इस बारे में संसद में बताया है.
निशिकांत दुबे ने पूछा सवाल
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने कारों में एयरबैग को लेकर सवाल पूछा. उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) से पूछा कि हर कार में कम से कम 6 एयरबैग्स कब से अनिवार्य किए जाएंगे? केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उनके सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है. इसे जल्द ही लागू किया जाएगा.
6 एयरबैग की वजह से मंहगी हो जाएंगी कारें
नितिन गडकरी ने गाड़ियों में लगने वाले एयरबैग की कीमतें भी सदन में बताई. जून के महीने में मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा था 6 एयरबैग की वजह से सस्ती गाड़ियां महंगी हो जाएंगी. उन्होंने कहा था कि छोटी कार में भी अगर 6 एयरबैग लगाए गए, तो उनकी कीमत 60 हजार रुपये तक बढ़ जाएगी. परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में एक एयरबैग पर आने वाले खर्च के बारे में जानकारी दी.
एक एयरबैग की कितनी कीमत
उन्होंने कहा कि एक एयरबैग की कीमत सिर्फ 800 रुपये है. लेकिन कंपनी इस पर 15,000 रुपये क्यों ले रही है? नितिन गडकरी के अनुसार, एक एयर बैग की कीमत 800 रुपये है और 4 एयरबैग का खर्च 3200 रुपये होता है. इसके साथ कुछ सेंसर और सपोर्टिंग एक्सेसरीज इंस्टॉल किए जाते हैं, तो एयरबैग का खर्च 500 रुपये तक बढ़ सकता है. इस हिसाब से एक एयरबैग लगाने का खर्च 1300 रुपये हो सकता है. मतलब ये कि 4 एयरबैग का खर्च 5200 रुपये होगा. फिर कंपनी क्यों इसका खर्च 60 हजार रुपये बता रही है?
कंपनी क्यों बता रही 60 हजार का खर्च
मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव ने बताया था कि कारों में अगर 6 एयरबैग लगाए गए तो उनकी कीमत 60 हजार रुपये तक बढ़ जाएगी. कारों में पहले से ही 2 एयरबैग होते हैं. अतिरिक्त 4 एयरबैग लगाने का खर्च 60 रुपये आएगा. यानी प्रति एयरबैग 15 हजार रुपये की लागत आएगी.
हर साल लाखों सड़क हादसे
अभी तक कारों के फ्रंट सीट पैसेंजर के लिए एयरबैग अनिवार्य है. अब सरकार पीछे की सीट पर बैठने वाले पैसेंजर के लिए भी एयरबैग अनिवार्य करने वाली है. गडकरी ने संसद में बताया कि देश में हर साल 5 लाख तक सड़क हादसे होते हैं, जिनमें डेढ़ लाख तक जानें चली जाती हैं.
पहले सिर्फ ड्राइवर सीट के लिए था अनिवार्य
पहली बार जब गाड़ियों में एयरबैग का नियम शुरू हुआ, तब सिर्फ ड्राइवर सीट पर ही इसे अनिवार्य किया गया था. इसे एक जुलाई 2019 से अनिवार्य किया गया था. बाद में इसे फ्रंट की दोनों सीटों पर अनिवार्य कर दिया गया. अब सरकार 6 एयरबैग को अनिवार्य करने वाली है.
दुनिया का पहला एयरबैग
अगर दुनिया के पहले एयरबैग की बात करें तो अमेरिका के जॉन हेट्रिक (John Hetrick) और जर्मनी के वाल्टर लिंडरर (Walter Linderer) का नाम आता है. दोनों ने लगभग एक ही समय में एयरबैग तैयार किया था. लिंडरर का डिजाइन मर्सिडीज (Mercedes) ने अपनी लग्जरी कारों में इस्तेमाल किया, वहीं हेट्रिक से प्रेरित होकर फोर्ड (Ford) और क्राइसलर (Chrysler) जैसी कंपनियों ने एयरबैग अपनी कारों में लगाए.