टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल मोबाइल फोन निर्माण की दुनिया से आगे जाकर एक बड़ा धमाका करना चाहती है. कंपनी बिना ड्राइवर के चलने वाली इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना पर काम कर रही है.
कैलिफोर्निया की कंपनी एप्पल इसके लिए किसी कार निर्माता कंपनी की मदद नहीं ले रही है. वह पुर्जों और उत्पादन की विधियों पर ध्यान दे रही है. वह खास तौर से इलेकेट्रिक और उससे जुड़ी हुई कार टेक्नोलॉजी पर फोकस कर रही है. इसके अलावा वह ऑटोमेटिक ड्राइविंग की संभावनाओं पर भी ध्यान दे रही है.
जानकारों का कहना है कि एप्पल इलेक्ट्रिक कार बनाएगी और उसे जारी करेगी यह देखना बाकी है. इस बारे में पूरी जानकारी उभर कर सामने अभी नहीं आई है, लेकिन इतना तय है कि एप्पल ने ऑटोमेटिव टेक्नोलॉजी यानी कार बनाने की टेक्नोलॉजी में अपनी आकांक्षाएं जता दी हैं. इस कार निर्माण की टेक्नोलॉजी में सिलिकॉन वेली की कंपनियों की काफी रुचि है. गूगल भी इस दिशा में काम कर रही है. उसने भी सेल्फ ड्राइव वाली कार का प्रोटोटाइप बना लिया है.
इस बारे में एप्पल ने पूरी चुप्पी साधे रखी है और उसके प्रवक्ता ने लंदन में इन खबरों के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शुक्रवार को खबर दी थी कि एप्पल ने अपनी इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए एक सीक्रेट लैब बना लिया है. यह लैब पिछले साल ही बना है और यह उसके स्मार्टवॉच और आईपैड पेश करने के बाद बना है. पत्र ने लिखा है कि इस प्रोजेक्ट को एप्पल ने टाइटन का नाम दिया है और कंपनी मुख्यालय से काफी दूर उसमें कई सौ लोग काम कर रहे हैं.
खुद ब खुद चलने वाली कारों का भविष्य काफी बढ़िया बताया जा रहा है और अंदाजा है कि 2020 के बाद इस फील्ड में 25 अरब डॉलर का बाजार होगा. बड़ी कार कंपनिया जैसे डायमलर, बीएमडब्लू और फॉक्सवागन ने ऐसी कारें दिखाई हैं, जिन्हें चलाने के लिए किसी इंसान की जरूरत नहीं होती.