लाल बत्ती वाले माननीय जनों के साथ ही आम जनों तक की पसंद और मिडिल क्लास की 'मर्सिडीज' कही जाने वाली एंबेस्डर कार अब शायद सड़कों पर नहीं दौड़ पाएगी. दरअसल, कार बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और खराब माली हालत के कारण हिंदुस्तान मोटर्स ने अपने उत्तरपाड़ा संयंत्र में निर्माण का काम रोक दिया है. देश में एंबेस्डर कार का निर्माण करने वाला यह एकमात्र संयंत्र था.
जानकारी के मुताबिक, संकटग्रस्ट हिन्दुस्तान मोटर्स (एचएम) के प्रबंधन ने रविवार को उत्तरपाड़ा संयंत्र में काम रोकने की घोषणा की है. कंपनी ने संयंत्र में काम रोकने संबंधी नोटिस शनिवार रात को ही कारखाने के मेन गेट पर चिपका दिया है. कंपनी सूत्रों ने बताया कि कंपनी का यह संयंत्र नकदी संकट से जूझ रहा है, जिसके कारण यहां एंबेस्डर कार के ऑर्डर पर अमल नहीं हो पा रहा है.
कंपनी सूत्र ने बताया, 'संयंत्र में काम रोकने से इसे और बदहाली से रोका जा सकेगा. जैसे ही कोई रणनीतिक निवेशक धन के साथ इसमें आएगा स्थिति में सुधार आने लगेगा.' उत्तरपाड़ा संयंत्र में करीब 2,500 कर्मचारी और प्रबंधकीय स्टाफ हैं. इसे कंपनी के चेन्नई संयंत्र से अलग कर दिया गया है. चेन्नई संयंत्र को हिन्दुस्तान मोटर्स फाइनेंस कॉपरेरेशन लिमिटेड के तहत ला दिया गया है. इतना ही नहीं कंपनी ने फैसला लिया है कि जब तक उत्तरपाड़ा संयंत्र में काम बंद रहेगा तब तक इससे जुड़े कर्मचारियों का वेतन भुगतान भी बंद रहेगा.