
आपने कई बार सड़क पर बच्चों, बुजुर्ग या फिर दिव्यांग लोगों को सड़क पार करते हुए देखा होगा. ऐसी स्थिति में लोगों को वाहनों के आवागमन से क्रॉसवॉक पार करने में ख़ासी परेशानी होती है. हालांकि कुछ सज्जन लोग ऐसे लोगों की मदद के लिए आगे आते हैं और सड़क पार कराने में मदद करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि, यदि एक रोबोट वाहनों को रोककर किसी जरूरतमंद को सड़क पार कराए तो नजारा कैसा होगा. हो सकता है कि, ये बातें आपको किसी साइंस फिक्शन फिल्म की याद दिलाती हों लेकिन बहुत जल्द ही ये हकीकत का रूप लेने वाली हैं.
सड़क पर होने वाले हादसे दुनिया भर में एक बड़ी समस्या बन चुकी है. वाहन चालकों और यात्रियों की सेफ्टी के लिए कार कंपनियां कई जतन कर ले रही हैं, लेकिन सड़क पर चलने वाले पैदलयात्रियों (Padestrian) की सेफ़्टी अभी भी एक चुनौती बनी हुई है. लेकिन ऐसा मालूम हो रहा है कि, जल्द इस समस्या से भी निजात मिल जाएगी. चेक रिपब्लिक की दिग्गज कार कंपनी Skoda पैदल यात्रियों की सेफ्टी के लिए यूरोप में एवी स्टार्टअप्स, विश्वविद्यालयों और अन्य अनुसंधान संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रही है.
क्या है ये तकनीक:
इस प्रोजेक्ट के तहत एक एडवांस रोबोट और कारों के लिए एक ऐसा ग्रिल तैयार किया जा रहा है जो कि कलर कोडिंग के माध्यम से पैदलयात्रियों को इस बात की जानकारी देगा कि, क्रॉसवॉक (सड़क पार करने वाला पथ) का उपयोग करना कब सुरक्षित या खतरनाक है. दरअसल, Skoda ने एक प्रोटोटाइप ग्रिल तैयार किया है, जो शायद रेंडर जितना ही लग रहा है. लेकिन कंपनी का कहना है कि इस डिवाइस को कुछ वर्षों के भीतर स्कोडा Enyaq iV में इस्तेमाल किया जाएगा.
बता दें कि, इस इलेक्ट्रिक कार को Volkswagen ID.4 के समान प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है. इस डिवाइस में एक LED डिस्प्ले शामिल है, जो कि इलेक्ट्रिक वाहनों में फ्रंट ग्रिल के जगह पर लगाया जाएगा और ये डिवाइस कलर सिग्नल के माध्यम से पैदलयात्रियों को आगाह करता रहेगा. हालांकि ये डिवाइस केवल इलेक्ट्रिक वाहनों में ही इस्तेमाल की जा सकेगी, क्योंकि EV में ग्रिल का इस्तेमाल केवल एक डिस्प्ले ऑब्जेक्ट के तौर पर किया जाता है.
स्कोडा संयुक्त रूप से प्राग के तकनीकी विश्वविद्यालय और म्यूनिख के तकनीकी विश्वविद्यालय के साथ एक रोबोट और ग्रिल विकसित कर रहा है, जो चौराहों पर एक प्रकार के क्रॉसिंग गार्ड के रूप में कार्य करेगा. इस रोबोट रोवर को IPA2X (इंटेलिजेंट पेडेस्ट्रियन असिस्टेंट) नाम दिया गया है, जो बच्चों, बुजुर्ग और विकलांग लोगों को सुरक्षित रूप से सड़क पार करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. 1.98 मीटर लंबा ये रोबोट आने वाले ट्रैफ़िक का पता लगाने और पार्क की गई कारों की पंक्तियों को देखने का काम करेगा. जब सड़क पर स्थिति समान्य होगी तो ये पैदलयात्रियों को क्रॉसवॉक के माध्यम से सड़क पार करने का संकेत देगा.
IPA2X एक पैदल यात्री सहायक के तौर पर काम करेगा जो कि, LiDar और कंप्यूटर तकनीक के माध्यम से सड़क पर कारों के आवागमन पर नज़र रखते हुए स्थितियों का पता लगाएगा. यह रोबोट उन कारों को चेतावनी प्रसारित करेगा जो अन्य IoT उपकरणों से सूचना भेजने और प्राप्त करने में सक्षम हैं; इंफोटेनमेंट डिस्प्ले पर चेतावनी दिखाई देगी, लेकिन रोबोटिक रोवर क्रॉसवॉक पर रोल करेगा और पैदल चलने वालों और ड्राइवरों दोनों के लिए अलग-अलग स्क्रीन के माध्यम से जानकारी देगा. इस रोबोट में दी गई स्क्रीन पर स्टॉप या वॉक जैसी जानकारी मिलेगा, जिसका पालन वाहन चालक और पैदलयात्री दोनों करेंगे. हालांकि स्कोडा इसमें ऑडियो के माध्यम से भी चेतावनी जारी करने की तकनीक पर काम कर रहा है.
कैसे काम करेगा IPA2X रोबोट:
ये रोबोट रोवर जैसे ही पैदल यात्री क्रॉसिंग के बीच पहुंचेगा, यह एक हरी बत्ती प्रदर्शित करेगा, जिसके बाद पैदल यात्री क्रॉसवॉक को पार कर सकेंगे. रोबोट लगातार अपने आसपास की निगरानी करेगा, जिससे किसी भी वाहन के क्रॉसिंग के पास आने का पता चल सकेगा. इस रोबोट के टॉप पर सेंसर दिया गया है, जिससे ये दूर से ही वाहनों के आवागमन पर नज़र रख सकेगा. ये रोबोट पैदल चलने वालों और आने वाली कारों दोनों के लिए चेतावनी दोनों प्रदर्शित करता है - यह ड्राइवरों को स्टॉप साइन दिखाता है, जबकि पैदलयात्रियों को ग्रीन सिग्नल के साथ सड़क पार करने का साइन दिखाता है.
यह कार को ही एक चेतावनी भी भेजता है, जो इंफोटेनमेंट डिस्प्ले पर एक एनीमेशन के रूप में प्रदर्शित होता है. "एक चेतावनी पॉप अप करती है कि आगे एक पैदल यात्री क्रॉसिंग है जहां कुछ लोग सड़क पार कर रहे हैं. एक बार जब लोग सड़क पार कर लेते हैं, तो रोबोट वापस पटरी पर चला जाता है. जिस क्षण यह अपने पुराने पोजिशन पर पहुंचता है, कार के डैशबोर्ड पर दी जाने वाली चेतावनी गायब हो जाती है और कार चालक अपने रास्ते पर आगे बढ़ सकता है.
ये तकनीक उस वक्त बेहद काम की साबित होगी जब ऑटोनॉमस या यूं कहें कि ड्राइवरलेस कारों का चलन होगा. क्योंकि दुनिया भर में कई दिग्गज कार निर्माता कंपनियां सेल्फ ड्राइविंग कारों को विकसित करने में लगी हैं. ऐसे समय में ये रोबोट रोवर सड़क पर चलने वाली सेल्फ ड्राइविंग कारों को सिग्नल और सूचनाओं के माध्यम से जानकारी प्रदान कर पैदलयात्रियों की सेफ्टी को बेहतर बनाने में मदद करेगा. फिलहाल ये प्रोजेक्ट टेस्टिंग मोड मे हैं और इसे अभी कहीं भी डिप्लॉय नहीं किया गया है. लेकिन निश्चित रूप से ये तकनीक रोड सेफ्टी की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है.