
भारत में जब भी कोई नई कार खरीदने का प्लान बनाता है, तो सबसे पहले ब्रांड के तौर पर जो नाम उसके जेहन में आता है वो है 'मारुति सुजुकी'. पिछले 4 दशकों से मारुति सुजुकी की कारें लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं. कंपनी हर साल लाखों की संख्या में कारों की बिक्री करती आ रही है. मारुति सुजुकी की छवि देश में एक किफायती कार निर्माता के तौर पर रही है, जो कम कीमत में लो मेंटनेंस और बेहतर माइलेज वाली कारों के निर्माण के लिए जानी जाती है. हालांकि कंपनी ने अपने प्रीमियम NEXA डीलरशिप के माध्यम से इस छवि के गिर्द से बाहर निकलने की कोशिश जरूर की है.
मारुति सुजुकी की कारों की डिमांड का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि, तमाम नए ब्रांड्स के एंट्री के बावजूद हर महीने की सेल्स रिपोर्ट में मारुति की तकरीबन आधी गाड़ियां शामिल होती हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में देश के ऑटो सेक्टर का मिजाज तेजी से बदला है, जहां पर लोगों ने कीमत और माइलेज से उपर उठकर सेफ्टी फीचर्स को तरजीह दी है, जिसका नतीजा रहा है कि मारुति सुजुकी के अलावा दूसरे ब्रांड्स की कारों की भी डिमांड बढ़ी है.
कुछ वाहन निर्माताओं ने ज्यादा सेफ्टी फीचर्स से लैस यात्रियों के लिए ज्यादा सुरक्षित कारों को बाजार में पेश किया है. जो कि क्रैश टेस्ट के दौरान बेहतर सेफ्टी रेटिंग स्कोर करने में सफल हैं. ऐसे में ये सवाल उठता है कि, आखिर मारुति सुजुकी की वो कारें जो देश में सबसे ज्यादा बेची जाती हैं उनकी सेफ्टी रेटिंग क्या है? आज हम इस लेख में उन कारों को शामिल करेंगे, जिनका क्रैश टेस्ट ग्लोबल NCAP द्वारा किया गया है, तो आइये एक नज़र डालते हैं उन कारों पर-
Maruti Alto K10: दो स्टार
मारुति सुजुकी ने बीते साल अगस्त महीने में अपनी नई Alto K10 को लॉन्च किया था. अब इस कार का ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट किया गया है, जिसमें इस कार को 2 स्टार मिले हैं. इस कार की शुरुआती कीमत 3.99 लाख रुपये है और ये अब ब्रांड की सबसे सस्ती कार है. ग्लोबल क्रैश टेस्ट में Alto K10 के जिस वेरिएंट का टेस्ट किया गया है उसमें डुअल एयरबैग, सीट-बेल्ट प्रीटेंशनर, बेल्ट लोड लिमिटर, सीट-बेल्ट रिमाइंडर जैसे सेफ़्टी इक्यूपमेंट बतौर स्टैंडर्ड दिए गए थें.
इस क्रैश टेस्ट में एडल्ट सेफ्टी में ऑल्टो को 2 स्टार और चाइल्ड सेफ्टी में जीरो '0' स्टार मिले हैं. इस कार ने एडल्ट प्रोटेक्शन टेस्ट में कुल 34 अंकों में से 21.67 प्वाइंट्स स्कोर किया है. वहीं फ्रंटल ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट और साइड मूवेबल डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट में इस कार ने क्रमशः 8.2 अंक और 12.4 अंक हासिल किए हैं. जहां तक चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन का सवाल है, ऑल्टो के10 को इस टेस्ट में 49 में से सिर्फ 3.52 अंक मिले हैं. इस कार में केवल सीआरएस (चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम) इंस्टालेशन स्कोर शामिल है क्योंकि इसे डायनामिक स्कोर के लिए 0 अंक मिले हैं.
Maruti Wagon R: एक स्टार
इस बार ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मारुति वैगनआर के लेटेस्ट मॉडल को शामिल किया गया. इस कार का जो वेरिएंट टेस्ट किया गया है उसमें डुअल एयरबैग, सीट-बेल्ट प्रीटेंशनर, बेल्ट लोड लिमिटर, सीट-बेल्ट रिमाइंडर जैसे सेफ़्टी इक्यूपमेंट बतौर स्टैंडर्ड दिए गए थें. अब बात करते हैं क्रैश टेस्ट की, इस परीक्षण में मारुति वैगनआर ने कुल 34 प्वाइंट्स में से महज 19.69 प्वाइंट्स स्कोर किया है. इसके अलावा कार ने फ्रंटल ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट में 6.7 अंक और साइड मूवेबल डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट में 13 अंक हासिल किए है. इसका साइड पोल इम्पैक्ट टेस्ट नहीं किया गया क्योंकि कार में कर्टन एयरबैग नहीं थें.
चाइल्ड सेफ्टी के लिहाज से इस कार ने चौंका दिया है. जहां इस कार को एडल्ट सेफ्टी में सिंगल स्टार मिलते हैं वहीं चाइल्ड सेफ्टी में इसे जीरो '0' स्टार मिले हैं. चाइल्ड सेफ्टी टेस्ट में इस कार कुल 49 अंकों में से महज 3.40 प्वाइंट स्कोर किया है. मारुति सुजुकी ने कार को ISOFIX से लैस नहीं किया है और न ही वैगन आर में CRS (चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम) ही मिलता है. बता दें कि, इससे पहले साल 2019 में इसके तत्कालिन मॉडल की टेस्टिंग हुई थी, उस दौरान इस कार को 2 स्टार मिले थें.
Maruti Swift: एक स्टार
मारुति सुजुकी स्विफ्ट के 2022 मॉडल की टेस्टिंग की गई थी, ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट के दौरान इस कार को एडल्ट और चाइल्ड दोनों सेफ्टी में महज सिंगल स्टार ही मिले हैं. परीक्षण किया गया मॉडल भारत में घरेलू बाजार के लिए तैयार किया गया था और ये डुअल फ्रंट एयरबैग, सीट बेल्ट प्रीटेंशनर्स, रियर ISOFIX एंकरेज और सीट बेल्ट रिमाइंडर से लैस था.
2022 स्विफ्ट ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में संभावित 34 पॉइंट्स में से 19.19 पॉइंट्स स्कोर किए, जिसमें फ्रंटल ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट और साइड मूवेबल डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट शामिल हैं, जहां इसने क्रमशः 6.3 पॉइंट्स और 12.9 पॉइंट्स स्कोर किए थें. चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन की बात करें, तो स्विफ्ट ने 49 में से 16.68 अंक हासिल किए, इसमें 12.82 अंकों का डायनेमिक स्कोर और 3.86 अंकों का सीआरएस (चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम) इंस्टालेशन स्कोर शामिल है. बता दें कि, इससे पहले GNCAP द्वारा 2018 मॉडल (फेसलिफ्ट से पहले) टेस्ट किया गया था, जहां इसने एडल्ट और चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन दोनों के लिए 2 स्टार स्कोर किया था.
Maruti S-Presso: एक स्टार
एसयूवी स्टाइल वाली मारुति सुजुकी की ये कार भी सेफ्टी के लिहाज से फिसड्डी ही साबित होती है. बॉक्सी लुक वाली इस कार को पिछले साल ग्लोबल NCAP द्वारा क्रैश टेस्ट किया गया था, जहां इस कार को कुल 'एक स्टार' ही मिले थें. GNCAP प्रोटोकॉल के तहत किए गए क्रैश टेस्ट में, मारुति सुजुकी एस-प्रेसो को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट के लिए 1-स्टार रेटिंग मिली है, जिसमें अधिकतम 34 में से 20.03 अंक प्राप्त हुए. इसमें फ्रंटल ऑफ-सेट इफेक्ट और साइड डिफॉर्मेबल क्रैश टेस्ट में कुल 17 अंकों में से क्रमश: 8.19 अंक और 11.9 अंक मिले हैं.
वहीं चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए, ये कार कुल 49 में से सिर्फ 3.52 अंक ही प्राप्त कर सकी, जो कि इसे CRS (चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम) इंस्टॉलेशन के लिए मिला. इसके अलावा डायनेमिक स्कोर और व्हीकल असेसमेंट स्कोर में इसे जीरो अंक मिले. यह पहली बार नहीं है कि GNCAP द्वारा एस-प्रेसो का टेस्ट किया गया था, इससे पहले 2020 मॉडल जिसमें केवल ड्राइवर-साइड एयरबैग दिया गया था उसका भी टेस्ट किया जा चुका है. जिसे एडल्ट सेफ्टी के लिए 0-स्टार रेटिंग और चाइल्ड सेफ्टी के लिए दो स्टार स्कोर मिले थें.
Maruti Ignis: एक स्टार
मारुति सुजुकी के ग्लोबल प्रीमियम NEXA डीलरशिप द्वारा बेची जाने वाली Ignis को पिछले साल ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में महज एक स्टार मिले हैं. नए टेस्टिंग प्रोटोकॉल के तहत इग्निस को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में अधिकतम 34 प्वाइंट्स में से 16.48 प्वाइंट्स के साथ ओवरऑल 1-स्टार रेटिंग मिली है. इस टेस्टिंग में पाया गया था कि, चालक और यात्री के सिर और गर्दन को दी जाने वाली सुरक्षा अच्छी थी, हालांकि, चालक के चेस्ट (सीने) को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिलती है.
जब चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन की बात आती है, तो Ignis ने कुल 49 में से 3.86 अंक हासिल किए. इस कार ने 3.86 अंक का सीआरएस (चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम) इंस्टालेशन स्कोर हासिल किया और डायनेमिक स्कोर और वाहन मूल्यांकन स्कोर में इसे शून्य अंक मिले. इग्निस का परीक्षण 18 महीने के बच्चे और 3 साल के बच्चे की डमी के साथ किया गया था. हालांकि इस टेस्ट में पाय गया था कि, दोनों डमी की सीटें क्रैश के दौरान सिर के संपर्क में आने से रोकने में सक्षम थीं, जिससे अच्छी सुरक्षा मिलती है.
नोट: ग्लोबल NCAP ने इस साल अपने नए प्रोटोकॉल के तहत मारुति सुजुकी की दो कारों मारुति ऑल्टो के10 और मारुति वैगनआर की टेस्टिंग की है. इसके अलावा इस स्विफ्ट, इग्निस और एस-प्रेसो की टेस्टिंग पिछले साल की गई थी.