
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने व्हीकल पोर्टफोलियो को एक बड़ा अपडेट दिया है. कंपनी ने अपने वाहनों की सेफ्टी और वातावरण को बेहतर बनाए रखने के लिए अपने पूरे व्हीकल लाइन-अप को नए RDE नॉर्म्स के तहत अपडेट किया है. साथ कंपनी ने अपनी सभी कारों में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल सिस्टम (ESC) को जोड़ा है. ये एक बेहद ही ख़ास फीचर है जो कि ड्राइविंग के दौरान चैलेंजिंग कंडिशन में व्हीकल को संतुलित रखने में मदद करता है.
बता दें कि, इससे पहले, मारुति सुजुकी ऑल्टो और वैगनआर मॉडलों में सभी सीटों के लिए ESC और सीट बेल्ट रिमाइंडर (SBR) जैसे फीचर्स नहीं दिए गए थें. जिसके चलते GNCAP क्रैश टेस्ट में भी इन कारों को बेहतर रेटिंग नहीं मिलती थी. अब ऐसा माना जा रहा है कि, नए फीचर्स को जोड़े जाने से कारों की सेफ्टी और भी बेहतर होगी. मारुति सुजुकी ने कहा कि, वो अपने सभी सेग्मेंट जैसे कि, हैचबैक, सेडान, एमपीवी और एसयूवी सभी में ESC फीचर को जोड़ रही है.
कैसे फायदेमंद है ESC फीचर:
ESC उस वक्त काम करता है जब कोई कार नियंत्रण खो रहा हो, उस वक्त ये तकनीक अलग-अलग पहियों पर ऑटोमेटिक तरीके से ब्रेक लगाकर और इंजन की पावर को कम करके कार को कंट्रोल करता है. यह सड़क की सतह के साथ ग्रिप बनाए रखने में मदद करता है और वाहन को नियंत्रित करता है. ईएससी कई तरह की सड़क स्थितियों में बेहद ही उपयोगी साबित होता है, जैसे कि अचानक लेन परिवर्तन, इमरजेंसी ब्रेकिंग या गीली या फिसलन वाली सड़कों पर ड्राइव करने के दौरान. यह फीचर स्पिन आउट के कारण आपकी कार पर कंट्रोल खोने से बचाने में आपकी मदद करती है. कुछ मामलों में ये फीचर कार के रोलओवर में होने के जोखिम को भी काफी कम कर देता है.
सेफ्टी अपडेट के अलावा, मारुति सुजुकी ने अपने व्हीकल लाइन-अप को नए भारत स्टेज 6 फेज II उत्सर्जन नियमों के अनुसार अपडेट कर दिया है, जो कि नए रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) नियमों के अनुरूप हैं और E20 फ्यूल कंप्लायंट हैं. इससे ये साफ है कि, मारुति सुजुकी की कारें अब एडवांस ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक्स (OBD) सिस्टम से लैस हैं, जो कि रियल टाइम में वाहन के इमिशन कंट्रोल सिस्टम की लगातार निगरानी करता है.
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के मुख्य तकनीकी अधिकारी सी. वी. रमन ने कहा, हम हमेशा अपने वाहनों से उत्सर्जन को कम करने के लिए नए और नए तरीके खोज रहे हैं. चाहे वह एडवांस डुअल जेट, डुअल वीवीटी तकनीक, प्रोग्रेसिव स्मार्ट हाइब्रिड या इंटेलिजेंट इलेक्ट्रिक हाइब्रिड सिस्टम हो. हम लगातार इस प्रयास में हैं ताकि हमारे वाहनों से होने वाला उत्सर्जन कम से कम हो.