अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनी फोर्ड मोटर (Ford Motor) ने भारत में अपना कारोबार समेटने का फैसला किया है, जिसका सबसे ज्यादा असर कंपनी के कर्मचारियों और उससे जुड़े डीलरों पर पड़ने वाला है. कर्मचारियों के सामने बेरोजगारी का संकट खड़ा हो गया है.
लेकिन भारत में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी से उभर रही राफ्ट मोटर्स (Raft Motors) ने Ford Motor के कर्मचारियों और डीलरों के लिए बड़ी राहत की खबर दी है. राफ्ट मोटर्स कंपनी ने अपने विस्तार के लिए फोर्ड के कर्मचारियों और डीलरों को आमंत्रित कर रही है.
Raft Motors ने बताया कि फोर्ड कंपनी के सभी कर्मचारी अपना रिज्यूमे info@raftmotors.com पर भेज सकते हैं. कंपनी का प्लान है कि मार्च 2022 तक 100 फैक्ट्री से हर महीने 50 हजार स्कूटर का प्रोडक्शन हो, जिससे कंपनी के सभी डीलर को अगले दिन ही डिलीवरी मिल जाए.
बता दें, राफ्ट मोटर्स भारत की पहली कंपनी है, जो अपने इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी पर एक लाख किलोमीटर की वारंटी देती है, और इसके देश में 550 से ज्यादा डीलर्स हैं, जिन्हें 12 राज्यों में बनी फैक्ट्रियों से स्कूटर मिल रहे हैं.
राफ्ट मोटर्स के मॉडल्स जैसे वारियर, सोल्जर, नुब्रा, टीस्टा, इंडस, जिस्पा, इंद्रजीत धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहे हैं. राफ्ट मोटर्स इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बनाने के साथ किफायती चार्जिंग स्टेशन पर भी काम कर रही है, जो कि सिर्फ 5000 रुपये में सभी शॉप मालिकों के लिए उपलब्ध होगा.
इसके अलावा कंपनी कंजूमर प्रोडक्ट्स पर भी काम कर रही है. कंपनी के स्मार्ट एंड्रायड टीवी बाजार में उपलब्ध है. जिसकी आने वाली त्योहारों सीजन में डिमांड बढ़ने की उम्मीद है. इसके अलावा कंपनी सिर्फ 99 रुपये में 5 दिन की टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम भी प्रोवाइड करती है, जिससे कोई भी व्यक्ति ट्रेनिंग लेकर अपने शहर में सर्विस सेंटर खोल सकते हैं.
गौरतलब है कि भारत में Ford Motor कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्रीज बंद करने के फैसले से चेन्नई से 35 किलोमीटर दूर मराईमलाईनगर और गुजरात के साणंद में फोर्ड के कारखानों में काम करने वाले लगभग 4,000 कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है. (ANI इनपुट के साथ)