रफ्तार का जनून जब किसी के सर चढ़ता है, तो दीवानगी केवल बढ़ती ही जाती है. भारत में रफ्तार ने जाने कितनी ही जान ले ली है. न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में कितनी ही जानें ओवरस्पीडिंग के कारण चले जाती है. ऐसे में सेफ्टी की जरुरत हद से ज्यादा बढ़ जाती है. क्योंकि इंसान रफ्तार के जोश में सब कुछ भूला देता है. एक कंपनी ने रोड में सेफ्टी के लिए एक ऐसा रास्ता अपनाया है जो वाकई असरदार साबित हो सकता है. ये रास्ता है भगवान का.
ऑनलाइन सेकंड हैंड मार्केट प्लेस ड्रूम ने लोगों को रोड एक्सिडेंट से बचाने के लिए भगवान की मदद ली है. भारत एक ऐसा देश है जहां भगवान में लोगों का अटूट विश्वास होता है, साथ ही भगवान का भय भी. कंपनी ने इसी बात को ध्यान में रखकर 'वॉयस ऑफ गॉड' नाम से एक डिवाइस डिजाइन किया है जिसे रोड सेफ्टी के लिए खासतौर पर बनाया गया है.
आमतौर पर लोगों की आदत होती है कि लोग कार की डैशबोर्ड पर भगवान की छोटी सी प्रतिमा रखते हैं. कंपनी ने इन्हीं मूर्तियों को आवाज दे दी है. इन मूर्तियों को एक्सिलिरोमीटर से जोड़ा गया है. जैसे ही ड्राइवर एक तय सीमा से अधिक स्पीड में गाड़ी चलाता है तो इस डिवाइस से स्पीड कम करने के लिए आवाज आती है. यानी भगवान की मूर्तियों से आवाज आती है.
इन मूर्तियों से जो आवाज आती है वो कुछ इस तरह की होती है- तुम्हारी आत्मा अमर है मगर तुम्हारा शरीर नहीं, धीमे चलो, जल्दबाजी में ड्राइव क्यूं कर रहे हो, शांतिपूर्वक गाड़ी चलाओ, हम सब भगवान के बच्चे हैं, मगर उनसे मिलने की इतनी जल्दी क्या है.
ये प्रोडक्ट वेबसाइट पर सेल के लिए हमारी सर्च के हिसाब से तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन कंपनी से हमारी बातचीत के आधार पर इसे आप खरीद सकते हैं. कंपनी फिलहाल इसे अपने सेल किए जाने वाले गाड़ियों में इनबिल्ट देती है.