देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति-सुजुकी ने अपना पहला औपचारिक सेडान पेश कर दिया है. कंपनी का दावा है कि यह जापानी कंपनी होंडा के सिटी और हुंडई के वेरना को टक्कर देगी. कंपनी ने इस कार के विकास पर 620 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. अब तक मारुति ने किसी भी कार के विकास पर इतनी बड़ी रकम नहीं खर्च की है.
मारुति काफी समय से बाजार में छोटी कारों के सफल निर्माता के रूप में जानी जाती रही लेकिन बड़ी कारों के बाजार में उसे सफलता नहीं मिली. उसने बेलिनो, एसएक्स4 और किजाशी तीन कारें पेश कीं. इसमें से किजाशी तो बिल्कुल नहीं चली जबकि एसएक्स4 को रिप्लेस करने के लिए ही कंपनी ने सियाज पेश की है.
इस कार को कंपनी ने शुरू से अलग ढंग से ब्रांड करने की कोशिश की है. लेकिन कीमत के मामले में कंपनी ने इसे बिल्कुल नीचे रखा है. इसकी कीमत 6.99 लाख रुपये से शुरू होती है और अधिकतम 9.8 लाख रुपये तक जाती है. इस मामले में वह होंडा सिटी और वेरना दोनों को मात देती दिखाई देती है. यह एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर भारतीय ग्राहकों की निगाहें तुरंत जाती हैं.
लेकिन असली मुद्दा तो ईंधन की किफायत का है. मारुति सियाज के बारे में कंपनी का दावा है कि उसकी डीजल इंजन वाली कार प्रति लीटर 26.2 किलोमीटर का माइलेज देती है जबकि पेट्रोल वाली 20.7 किलोमीटर. यह दावा सियाज को एक पायदान ऊपर ले जाता है क्योंकि इतनी बढ़िया माइलेज वाली कारें इस वर्ग में अभी नहीं हैं.
सियाज की एक और खासियत है कि इसमें अंदर 10 से 12 फीसदी ज्यादा जगह है. यह एक और उसकी खास बात है क्योंकि सेडान इस्तेमाल करने वाले हमेशा अंदर ज्यादा जगह चाहते हैं. अंदर में इसकी फिनिशिंग भी अच्छी है.
लेकिन बाहर से यह कार लाजवाब नहीं दिखती. मतलब यह है कि इसका लुक प्रीमियम नहीं है. इसमें बाहर से ऐसी कोई बात नहीं दिखती कि आपका ध्यान आकर्षित हो जाएं.
कंपनी का कहना है कि उसे 10,000 कारों का ऑर्डर मिल चुका है. उसकी योजना साल में 60,000 ऐसी कारें बेचने की है. यह योजना थोड़ी महत्वाकांक्षी दिखती है. अभी इस वर्ग में होंडा की सिटी को टक्कर देना आसान नहीं है.