बिहार के कटिहार जिले में एक मंदिर से 150 साल पुरानी अष्टधातु की बेशकीमती राधा-कृष्ण की मूर्तियों की चोरी का मामला सामने आया है. यह घटना पोठिया थाना क्षेत्र के खैरा पंचायत स्थित लालचंद ठाकुरबाड़ी मंदिर में हुई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की. इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्से का माहौल है.
चोरों ने देर रात मंदिर का ग्रिल काटकर मूर्तियों और आभूषणों को चुराने की कोशिश की. इसी दौरान मंदिर के पुजारी घनश्याम तिवारी की नींद खुल गई. उन्होंने देखा कि मंदिर का ग्रिल टूटा हुआ है और मूर्तियां गायब हैं. उन्होंने तुरंत ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों को इसकी सूचना दी. चोरी की घटना की जानकारी मिलते ही मंदिर परिसर में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई.
मंदिर से 150 साल पुरानी अष्टधातु की मूर्ति चोरी
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधि मृद मधव ने मौके पर पहुंचकर खोजबीन शुरू की. इस दौरान मंदिर के पास से राधा की मूर्ति बरामद कर ली गई, लेकिन भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को चोर अपने साथ ले गए. बताया जा रहा है कि ये मूर्तियां अष्टधातु से बनी हुई थीं और करीब 150 साल पुरानी थीं. जिसका वजन लगभग एक किलो ग्राम बताया जा रहा है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
घटना के बाद इलाके में आक्रोश है स्थानीय लोगों का कहना है कि अब भगवान भी चोरों से सुरक्षित नहीं हैं. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और चोरों की तलाश के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है. पुलिस के द्वारा खोजबीन के क्रम में मंदिर से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर सब्जी के खेत में राधा रानी की मूर्ति पड़ी मिली थी.वही चांदी के मुकुट तथा श्रीकृष्ण भगवान की मूर्ति की बरामदगी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.