बिहार की राजधानी पटना में 15 मार्च को एमएलसी के निर्माणाधीन घर की बाउंड्री पर एक युवक की लाश मिली थी. मृतक के दोनों हाथ बाउंड्री की ग्रिल से बंधे हुए थे और शरीर पर पिटाई किए जाने के निशान थे. इस मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
डीएसपी सचिवालय सुशील कुमार ने बताया कि यह घटना चोरी के कारण हुई थी. पुलिस ने घटना में शामिल जिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें 4 मजदूर और दो गार्ड शामिल हैं. निर्माणाधीन एमएलसी आवास में काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि मृतक अंशु सामान चुराने की कोशिश कर रहा था.
इसी दौरान मजदूरों ने उसे पकड़ लिया और गार्ड के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. इसकी वजह से युवक की मौत हो गई. वारदात को अंजाम देने के बाद मृतक के शव को ग्रिल से बंधा हुआ छोड़कर मजदूर वहां से फरार हो गए थे. घर की बाउंड्री पर लटकी युवक की लाश को सबसे पहले स्थानीय लोगों ने देखा था.
स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बाद तुरंत ही सचिवालय पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए एफएसएल की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया था. इसके साथ ही स्थानीय लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ की थी.
इसलिए मजदूरों पर था पुलिस को शक
वारदात के बाद पुलिस पुलिस वहां काम करा रहे ठेकेदार की तलाश में जुट गई थी. दरअसल, निर्माणाधीन घर से मजदूरों के गायब हो जाने के बाद पुलिस का शक उन पर बढ़ गया था. कारण, वारदात के पहले मजदूर वहीं रहा करते थे, लेकिन घटना के बाद से सभी अचानक फरार हो गए थे.
ठेकेदार से मजदूरों का नाम-पता मिलने के बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उनसे मिली जानकारी के बाद वारदात में शामिल गार्ड को भी गिरफ्तार कर लिया गया था.