बेगूसराय में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें एक सड़क हादसे में जब्त की गई जीप को थाना से बदलकर एक जर्जर जीप रख दिए जाने का खुलासा हुआ है. इस घटना में थाना के तत्कालीन दरोगा सुजीत कुमार, एक प्राइवेट ड्राइवर समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामला तब प्रकाश में आया जब थाने के ही एक कर्मी ने जीप बदलने की सूचना थाना अध्यक्ष को दी. इसके बाद जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो पूरी साजिश उजागर हो गई.
जानकारी के मुताबिक, 7 फरवरी की सुबह मटिहानी थाना क्षेत्र के बदलपुर गांव के पास एक तेज रफ्तार जीप ने साइकिल सवार दो चचेरी बहनों को कुचल दिया था, जिसमें रीमा कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर जीप को जब्त कर लिया था और इसे थाने में रखा गया था.
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लेकिन इस बीच मटिहानी थाना से तबादला होकर बेगूसराय नगर थाना में कार्यरत हुए सब इंस्पेक्टर सुजीत कुमार ने मटिहानी थाना के चालक मोहम्मद जाकिर और मटिहानी गांव के दो व्यक्तियों की मदद से जब्त कमांडर जीप (नंबर BR-9B 9787) को 15 फरवरी की रात थाना से गायब कर दिया. इसके स्थान पर एक जर्जर जीप को उसी नंबर प्लेट के साथ थाना परिसर में रख दिया गया.
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
थाना कर्मियों को जब जीप बदलने पर संदेह हुआ, तब उन्होंने थाना अध्यक्ष को जानकारी दी. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि 15 फरवरी की रात दारोगा सुजीत कुमार, प्राइवेट चालक मोहम्मद जाकिर और अन्य दो व्यक्तियों ने मिलकर जीप को बदला. इस घटना के उजागर होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी टू भास्कर रंजन के नेतृत्व में जांच शुरू की गई.
आरोपियों की गिरफ्तारी और निलंबन
जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी दरोगा सुजीत कुमार, मटिहानी थाना के प्राइवेट ड्राइवर मोहम्मद जाकिर और दो अन्य व्यक्तियों कारी सिंह और भोनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया. सभी चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एसपी मनीष ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी दरोगा सुजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
दारोगा ने बताया खुद को निर्दोष
गिरफ्तारी के बाद आरोपी दरोगा सुजीत कुमार ने अपने बचाव में कहा कि वह निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है. सुजीत कुमार ने दावा किया कि वह केवल मालखाने का चार्ज देने गया था और जीप बदलने की घटना के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी.
डीएसपी का बयान
सदर डीएसपी टू भास्कर रंजन ने बताया कि जब्त जीप बदलने का मामला थाना स्टाफ को संदेह होने के बाद सामने आया. जांच में सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि हुई कि 15 फरवरी की रात जीप बदली गई थी. इस मामले में मटिहानी थाना में कार्यरत मालखाना प्रभारी सह सब इंस्पेक्टर सुजीत कुमार तीन अन्य लोगों के साथ जीप बदलते देखे गए. फिलहाल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही रात्रि संतरी, ओडी प्रभारी और थाना अध्यक्ष से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है.