बेगूसराय के बखरी थाना क्षेत्र में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई. अंबेडकर चौक पर सफाई कर्मी रोज की तरह सफाई कर रहे थे, तभी डस्टबिन से नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी. सफाई कर्मी ने डस्टबिन देखा, तो उसमें एक नवजात बच्ची पड़ी हुई थी.
डस्टबिन से बच्ची मिलने की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों में कोई भी बच्ची को पहचान नहीं पाया. सफाई कर्मियों ने तुरंत बच्ची को डस्टबिन से निकालकर पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची स्वस्थ है और फिलहाल खतरे से बाहर है. अस्पताल प्रबंधन उसकी देखभाल कर रहा है.
डस्टबिन में पड़ी मिली मासूम बच्ची
सफाई कर्मी ने बताया कि उसके पहले से दो बेटे हैं और बेटी की कमी है. उन्होंने नवजात बच्ची को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है. घटना को लेकर स्थानीय लोग बेहद आक्रोशित हैं. वो नवजात को डस्टबिन में फेंकने वाली मां पर गुस्सा निकालते नजर आए.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
इस घटना ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे और समाज में बेटियों के प्रति सोच पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आखिर कौन-सी मजबूरी ने एक मां को अपनी नवजात को इस भीषण ठंड में मरने के लिए डस्टबिन में फेंकने पर मजबूर किया? यह सवाल पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.