लोकसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ. राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के दौरान राज्यपाल ने जेडीयू और भाजपा के कुल 21 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान जहां बीजेपी खेमे से 12 चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिली तो वहीं जेडीयू की तरफ से 9 चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हुए. अब खबर आ रही है कि इस कैबिनेट विस्तार के बाद BJP विधायकों के एक खेमे में नाराजगी है.
बीजेपी विधायक राजू सिंह के आवास पर आयोजित डिनर पार्टी में बीजेपी के कई विधायक पहुंचे. कहा जा रहा है कि कैबिनेट में एमएलए की जगह एमएलसी को तरजीह मिलने से कुछ विधायक नाराज हैं.सूत्रों के मुताबिक, नाराज विधायकों ने अलग से बैठक भी भी की है और जल्द ही आगे अपनी रणनीति का खुलासा भी करेंगे.
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MLC को ज्यादा तरजीह मिलने से नाराज
राजू सिंह के आवास पर मिश्रीलाल यादव, ज्ञानेद्र सिंह ज्ञानू समेत कई विधायक पहुंचे थे. वीआईपी से बीजेपी में आने वाले विधायक इस खेमे में शामिल हैं.बीजेपी विधायक मिश्रीलाल यादव ने कहा कि ये चर्चा है की एमएलसी को कैबिनेट में ज्यादा तरजीह दी गई है.
इस बार विधान परिषद से जिन नेताओं को मंत्री बनाया गया है उनमें हरि सहनी, दिलीप जायसवाल, मंगल पांडे, संतोष कुमार सिंह और जनक राम जैसे नाम शामिल हैं.
शुक्रवार को हुआ था कैबिनेट विस्तार
आपको बता दें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले वाली एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) के 9 विधायकों के अलावा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 विधायकों को भी शामिल किया गया है. इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है. जिसमें 6 सवर्ण,6 दलित (SC), 4 अति पिछड़ा (OBC),4 पिछड़ा (BC),1 मुस्लिम शामिल हैं.
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आपको बता दें कि 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर इस्तीफा दे दिया था और उसी दिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली थी. इस दौरान उनके बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी.इसके अलावा, भाजपा कोटे से एक और जनता दल यूनाईटेड के तीन और जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के एक मंत्री और इकलौते निर्दलीय विधायक ने मंत्री पद ने शपथ ली थी.