बिहार की चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इन सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी. इस बार के उपचुनाव में महागठबंधन और एनडीए के अलावा प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. जनसुराज ने उपचुनाव में अपने पहले प्रत्याशी की घोषणा भी कर दी है.
उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही प्रशांत किशोर ने भोजपुर जिले की तरारी सीट पर अपना प्रत्याशी उतार दिया है. जनसुराज की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड एसके सिंह को तरारी सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है.
तरारी सीट की अगर बात करें तो 2020 के चुनावों में इस सीट पर सीपीआई (एमएल) के सुदामा प्रसाद विधायक बने थे. उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में आरा से चुनाव जीता और वो सांसद बन गए. सुदामा प्रसाद तरारी सीट से लगातार दो बार विधायक रह चुके हैं.
बिहार की इन चार सीटों पर होना है उपचुनाव
बिहार की जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, भोजपुर की तरारी सीट के अलावा कैमूर जिले की रामगढ़ सीट, गया की बेलागंज और इमामगंज सीटें शामिल हैं. इन चारों सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी और इनके नतीजे महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव के नतीजों के साथ ही घोषित किए जाएंगे.
क्यों खाली हुई थीं ये सीटें?
बिहार की जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनके सभी विधायक लोकसभा चुनाव में सांसद चुन लिए गए हैं. तरारी से विधायक सुदामा प्रसाद आरा से, रामगढ़ से विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से, इमामगंज से विधायक जीतनराम मांझी गया से और बेलागंज से विधायक सुरेंद्र यादव जहानाबाद से सांसद चुने गए हैं. अगर देखा जाए तो इस बार के उपचुनाव में सबसे ज्यादा महागठबंधन की साख दांव पर है क्योंकि चार में से तीन सीटों पर उसी के विधायक थे, जबकि गया की इमामगंज सीट पर एनडीए का विधायक था. उपचुनाव में महागठबंधन की ओर से 3 सीट पर आरजेडी तो एक पर भाकपा (माले) चुनाव लड़ेगी. वहीं, एनडीए से बीजेपी 2, जेडीयू और हम 1-1 सीट पर चुनाव लड़ सकती हैं.