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बिहार के शिक्षा मंत्री की संवेदनहीनता... दौड़ती रही फरियादी महिला, नहीं रोकी कार

बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की संवेदनहीनता का मामला सामने आया है. जनसुनवाई कार्यक्रम में एक फरियादी महिला अपनी शिकायत लेकर पहुंची थी. लेकिन मंत्री ने न तो उसकी बात सुनी और न ही आवेदन लिया. महिला गाड़ी के पीछे भागती रही लेकिन मंत्री सुनील कुमार बिना रुके आगे निकल गए. महिला BPSC शिक्षक बहाली परीक्षा की अभ्यर्थी थी.

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बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार (फोटो-सोशल मीडिया)
बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार (फोटो-सोशल मीडिया)

बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की संवेदनहीनता का एक वीडियो इन दिनों चर्चा में है. मामला पटना स्थित जेडीयू प्रदेश कार्यालय का है, जहां मंत्री जनसुनवाई कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.

जनसुनवाई के दौरान हाजीपुर की रहने वाली राधिका कुमार नाम की महिला अपनी फरियाद लेकर शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंची थी. राधिका BPSC शिक्षक बहाली परीक्षा TRE 3 की अभ्यर्थी हैं. वह शिक्षा मंत्री से सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग करना चाहती थीं.

जैसे ही मंत्री सुनील कुमार कार्यक्रम से बाहर निकले, राधिका उनसे अपनी बात कहने लगी. लेकिन मंत्री ने उसकी बात सुनने के बजाय उसे हटने को कहा. इसके बावजूद राधिका लगातार मंत्री से मिलकर अपना आवेदन देना चाहती थीं.

शिक्षा मंत्री ने नहीं सुनी महिला की टीचर की बात 

जब मंत्री गाड़ी में बैठ गए तब भी राधिका गाड़ी के पास खड़ी रहीं. लेकिन मंत्री सुनील कुमार ने महिला की एक न सुनी और गाड़ी को आगे बढ़वाते रहे. महिला गाड़ी के पीछे भागती रही, लेकिन मंत्री की गाड़ी नहीं रुकी.

इस घटना के बाद वहां मौजूद लोगों में मंत्री की संवेदनहीनता को लेकर चर्चा शुरू हो गई. एक तरफ सरकार जनता से जुड़ने की बात करती है, दूसरी तरफ मंत्री खुद फरियादियों से बात करना जरूरी नहीं समझते.

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टीचर सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग करना चाहती थी

राधिका कुमार ने कहा कि वह सिर्फ अपनी समस्या मंत्री जी के सामने रखना चाहती थीं, लेकिन उन्होंने उसकी बात सुनना भी जरूरी नहीं समझा.

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