बिहार के जमुई जिले के झाझा इलाके में रविवार को धार्मिक जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई, जिसमें तीन लोग घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है. गिरफ्तार महिला की पहचान खुशबू पांडेय उर्फ ‘हिंदू शेरनी’ के रूप में हुई है.
जिला अधिकारी अभिलाषा शर्मा ने मंगलवार को बताया, 'अब तक कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. घटना के बाद एहतियातन इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं, लेकिन आज शाम तक इन्हें शुरू कर दिया जाएगा.' इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है.
50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
जिला पुलिस ने सोमवार को इलाके में फ्लैग मार्च किया और स्थिति नियंत्रण में रहे इसके लिए 50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार, झड़प के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिससे तीन लोग घायल हो गए. हालांकि, पुलिस ने तुरंत स्थिति पर काबू पा लिया और अब माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण है. झाझा थाने के प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर बिना अनुमति के जुलूस निकालने का आरोप है.
पुलिस के अनुसार, रविवार (16 फरवरी) की रात जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र के बलियाडीह गांव में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस घटना में जमुई नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद और जमुई जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष नीतीश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. उनके सिर में गंभीर चोट आई, जिसके बाद उन्हें पहले जमुई सदर अस्पताल ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया.
घटना के बाद पूरे बलियाडीह गांव में भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई. पुलिस ने कई घरों की तलाशी ली. कई घरों पर ताले लगे मिले, जिससे पता चला कि दूसरे पक्ष के लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं. अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है.