बिहार के जमुई के एक सरकारी स्कूल से शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां एक स्कूल के प्रिंसिपल पर एक दूसरी क्लास की छात्रा को गलत तरह से छूने का आरोप लगा है. सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल शमशेर आलम ने दूसरी क्लास की एक छात्रा को 20 रुपये का लालच देकर उसके साथ यौन शोषण किया. बच्ची के अनुसार आरोपी ने कहा - ये लो 20 रुपये, अपना मुंह बंद रखना, पैसा आएगा तो सबसे पहले तुम्हें मिलेगा.
इसके बाद बच्ची सदमे में आ गई और स्कूल जाना बंद कर दिया. बच्ची के परिजनों ने जब स्कूल न जाने की वजह जानने की कोशिश की तो बच्ची फूट-फूट कर रोने लगी और फिर उसने अपनी मम्मी से स्कूल के प्रिंसिपल की पूरी करतूत बतायी.
ये मामला जमुई जिला के सोनो थाना क्षेत्र के नवीन प्राथमिक मकतब, खपरिया विद्यालय का है. घटना का जानकारी के बाद स्कूल परिसर में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और सभी प्रिंसिपल का विरोध करने लगे. इतना ही नहीं बच्ची की दादी का गुस्सा को शमशेर आलम की करतूत को लेकर सातवें आसमान पर था. यही वजह है कि उसने शमशेर आलम की चप्पल से पिटाई कर दी.
घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी गुस्सा है और उन्होंने सोनो थाना में उसके खिलाफ लिखित शिकायत भी की है. बच्ची के साथ अश्लील हरकत और छेड़खानी के मामले में सोनो थाना की पुलिस ने आलम को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जमुई जेल भेज दिया.
डीएसपी(मुख्यालय)आफताब आलम ने बताया भले ही नवीन प्राथमिक मकतब, खपरिया के प्रधानाध्यापक शमशेर आलम शरीर से दिव्यांग है लेकिन उसके दिमाग में गंदगी कूट-कूट कर भरी हुई है. बच्ची की मां मेहमून खातून ने बताया कि 'ये मास्टर है डाक्टर नहीं. उन्होंने कहा कि उनकी बच्ची पिछले आठ दिनों से स्कूल नहीं जा रही थी. वह रोज स्कूल जाने से मना करती और घर से भाग जाती थी. मां के पूछने पर बच्ची रोने लगी. उसने बताया कि सर ने उसका पेट छुआ और घटना किसी को न बताने को कहा'. बच्ची की दादी सबीना खातून ने कहा कि 'बच्ची के साथ गलत व्यवहार किया है. ये टीचर बनने के लायक नहीं है.'
इधर, गांव केसाबिर अंसारी ने कहा कि स्कूल के प्रिंसिपल बहुत गलत काम करते हैं और इनका आचरण बहुत पहले से खराब है. उसने कहा कि स्कूल के रसोइया से भी वो गलत व्यवहार करता है. अगर कोई ग्रामीण कोई शिकायत करने आता है तो वो उसे धमकी तक देता है कि जो करना है कर लो. हमने प्रधानाध्यापक को विद्यालय से हटाने की मांग की है.
इधर शमशेर आलम ने अपने उपर लगे आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि वह 14 साल से स्कूल में कार्यरत हैं. उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीणों को कोई शिकायत है तो वो विभाग में पिटीशन दें. आरोप साबित होने पर विभागीय कार्रवाई होगी. प्रिंसिपल के इस करतूत पर शिक्षा विभाग ने भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है. देखना होगा कि इस तरह की हरकत करने वाले टीचर पर शिक्षा विभाग और क्या कार्रवाई करती है.