नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने मंगलवार को बड़ा फैसला लेते हुए जीविका दीदियों को तोहफा दिया है. सरकार जीविका दीदियों के लिए राज्य स्तरीय वित्तीय संस्थान का गठन करेगी जो उन्होंने (जीविका दीदियों) को लोन देगा. सरकार के इस कदम को नीतीश कुमार का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है.
दरअसल, बिहार सहकारी सोसायटी संशोधन विधेयक, 2025 को विधानसभा में मंगलवार को सरकार ने पारित कर दिया है. इसके तहत सरकार जीविका दीदियों के लिए फंड बनाएगी. सरकार ने राज्य की सहकारी समितियों में जीविका दीदियों को सदस्य बनाने की भी घोषणा की है. साथ ही कॉपरेटिव चुनाव में भी जीविका दीदियों को वोटिंग का अधिकार दिया गया है.
जानकारी के अनुसार, बिहार में 1.35 करोड़ जीविका दीदियां हैं. बिहार में 10 लाख 63 हजार जीविका स्वावलंबी समितियों के सदस्यों को सहकारी समितियों में सदस्य की मान्यता दी है. बता दें कि नीतीश के लिए जीविका दीदियां ब्रांड एम्बेसडर का काम करती हैं.
वहीं, मंगलवार को विधान परिषद में सीएम नीतीश कुमार और आरजेडी विधायक राबड़ी देवी के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. नीतीश कुमार ने राबड़ी से कहा, 'अरे बैठो ना तुम, तेरे हस्बैंड का है, तेरा क्या चीज है, तू बैठ जा, जो है वो हस्बैंड का है. सब लोगों का कहा कि यही पहन कर चलो. ई बेचारी को कुछ आता नहीं है. पति जब रिजेक्ट हुआ, तो इसको सीएम बना दिया था. ये तो ऐसे ही है.'
इससे पहले भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश और राबड़ी के बीच तीखी बहस हो गई थी.