Bihar News Updates: बिहार में दो साल बाद फिर सत्ता में उलटफेर हो सकता है. हफ्तेभर से चल रहीं अटकलों पर मुहर लगने लगी है. सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि नीतीश कुमार एक बार एनडीए के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. बीजेपी हाईकमान के साथ फॉर्मूले पर अंतिम मुहर लगना बाकी है. जो खबर आई है, उसके मुताबिक, नीतीश कुमार 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे और उनके पुराने सहयोगी-विश्वस्त बीजेपी नेता सुशील मोदी डिप्टी सीएम बन सकते हैं. हालांकि, आरजेडी अंतिम समय तक नीतीश को मनाने की कोशिश है. इसके साथ ही प्लान बी पर काम करने लगी है. सरकार पर संकट की स्थिति में आरजेडी हाईकान जादुई आंकड़े को जुटाने की कवायद में भी लगा है. आरजेडी ने जीतनराम मांझी के बेटे संतोष मांझी को डिप्टी सीएम का ऑफर किया है. फिलहाल, पटना से लेकर दिल्ली तक हलचल देखने को मिल रही है. शुक्रवार को बीजेपी, आरजेडी और जेडीयू नेताओं की बैठकों का दौर जारी रहा.
सूत्रों की मानें तो बिहार में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच लालू यादव ने नीतीश कुमार को पांच बार फोन किया. उन्होंने नीतीश कुमार के आवास के लैंडलाइन पर भी फोन किया , लेकिन नीतीश कुमार ने बात करने से इनकार कर दिया.
लालू यादव और नीतीश कुमार में मनमुटाव बढ़ता जा रहा है. लालू यादव ने नीतीश कुमार को पांच बार फोन मिलाया. लैंडलाइन पर भी फोन किया. लेकिन नीतीश ने लालू यादव से बात करने से इनकार कर दिया.
नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को सुबह 10 बजे जेडीयू विधायक दल की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में अहम फैसला लिया जा सकता है.
बीजेपी के विधायक नीतीश को अपना सीएम मानने को तैयार नजर आ रहे हैं. बिहार में खेला होने से पहले हो बीजेपी के विधायक नीतीश कुमार की तारीफ करते नजर आ रहे हैं. बीजेपी के विधायक राजू सिंह ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें (नीतीश) सीएम बना दिया तो हमें स्वीकार है.
बिहार में बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 10 से ज़्यादा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. इसका मतलब है कि आगे अगर बिहार में नई सरकार का गठन होता है तो इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है और इसमें बीजेपी अहम रोल निभा सकती है. बिहार में वर्तमान में कांग्रेस के 19 विधायक हैं.
राजभवन में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि तेजस्वी राजभवन क्यों नहीं आए और क्या गठबंधन में सबकुछ ठीक है? उन्होंने जवाब दिया, जो राजभवन नहीं आए, उन्हीं से पूछिए.
आरजेडी ने कल शनिवार को दोपहर 1 बजे अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. तेजस्वी यादव फिलहाल अपने कोटे के मंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. वहीं आरजेडी नेता आलोक मेहता सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा लेने राजभवन पहुंचे हैं.
गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के चलते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे हैं. वहीं इस कार्यक्रम से तेजस्वी यादव ने दूरी बनाई है. उनकी कुर्सी खाली पड़ी है. राजभवन में राज्यपाल की तरफ से हाई टी कार्यक्रम का आयोजन किया है.
लालू यादव अब आर या पार के मूड में नजर आ रहे हैं. नीतीश कुमार से क्लियरिटी चाहते हैं लालू यादव. नीतीश कुमार शाम तक संशय दूर करें. आरजेडी नेता मनोज झा के जरिए नीतीश के लिए अपील कराई गई है. फिलहाल नीतीश और लालू–तेजस्वी के बीच बातचीत बंद, इसीलिए मीडिया के जरिए अपील की गई.
बीजेपी ने पटना में कल शाम चार बजे सभी सांसद और विधायकों की बैठक बुलाई है. बीजेपी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार राज्य इकाई से कहा है कि वह बिहार में सरकार गठन का फॉर्मूला प्रस्तावित करने में जल्दबाजी न करें. बिहार में 'इंतजार करो और देखो' की नीति अपनाएगी बीजेपी. कल से शुरू होने वाली दो दिवसीय कार्यकारिणी बैठक के बाद निर्णय होने की संभावना है. बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े कल सुबह बिहार पहुंच रहे हैं.
जेडीयू के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराज हैं. नीतीश कुमार को INDIA ब्लॉक संयोजक का पद नहीं देना अपमानजनक कृत्य था. सीट शेयरिंग समझौते में देरी, संयोजक पद पर कोई फैसला नहीं होने से नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं. जेडीयू की नजर 17 (16+1) लोकसभा सीटों और इंडिया ब्लॉक के संयोजक पद पर थी.
दिल्ली से पटना पहुंचे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा, बिहार के ताजा घटनाक्रम पर हमारे केंद्रीय नेतृत्व की नजर है और केंद्रीय नेतृत्व मेरा सक्षम है. सामूहिक नेतृत्व है. नेतृत्व बहुत गंभीरता से विचार करके ही कोई निर्णय लेगा. केंद्रीय नेतृत्व बहुत गंभीरता से कोई भी फैसला लेता है. राजनीतिक घटनाक्रम में क्या होता है, यह आगे पता चलेगा. वहीं, बीजेपी की क्या कोई मीटिंग होने वाली है, इस सवाल पर उन्होंने कहा, इसका फैसला प्रदेश अध्यक्ष करेंगे. क्या आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव दिखेगा, इसके जवाब में उन्होंने कहा, इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा. वहीं मांझी द्वारा कहा जाना कि आज ही खेला होगा, इसके जवाब में उन्होंने कहा, इसकी जानकारी हमें नहीं है. (इनपुट-आदित्य वैभव)
बिहार में सियासी भूचाल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शाम 4:30 बजे राज भवन जाएंगे. वहां वे गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. बिहार में राजनीतिक माहौल में गरमाहट के चलते पटना से दिल्ली तक हलचल देखी जा रही है.
बिहार सरकार में श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने की अटकलों पर विराम लगाया है. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार इंडिया ब्लॉक के साथ मजबूती से खड़ा है. नीतीश बाबू और लालू जी का गठबंधन मजबूत है. इंडिया ब्लॉक के सभी लोग मिलकर बीजेपी को इस बार ढेर करने का काम करेंगे. बिहार की 40 सीट पर इंडिया ब्लॉक का कब्जा होगा. बीजेपी बड़ी पार्टी है, वह सभी छोटी पार्टियों को एक-एक कर खत्म करते जा रही है. लेकिन उसकी इस चाल का बिहार में कोई असर नहीं पड़ेगा. वह लोकसभा चुनाव में नीतीश बाबू को इस्तेमाल करना चाहती है, जिसको वह बखूबी समझते हैं.
चिराग पासवान ने कहा कि हमने पहले ही कह दिया था कि खरमास की समाप्ति के बाद शुभ दिन शुरू होंगे और फिर बिहार की राजनीति में बड़े फेरबदल होंगे. वहीं, JDU ने अपने सभी विधायकों को पटना बुलाया है.
बीजेपी के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े आज पटना पहुंच रहे हैं. इससे पहले गुरुवार रात उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
आरजेडी के नेता मृत्युंजय तिवारी ने आजतक से बात करते हुए कहा कि सब ऑल इज वेल है, क्या होना है अगले दो-तीन दिनों में सब क्लियर हो जाएगा. पिछले 15 महीने की सरकार ने खूब काम किया है और जैसी अटकलें लगाई जा रही हैं वैसा कुछ नहीं है
राष्ट्रीय लोक जनता दल के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि पीएम मोदी फिर से चुनाव जीतकर आएंगे. हम लोग एनडीए को मजबूत करने में लगे हैं. अभी चर्चा लगातार है कि (नीतीश कुमार) फिर NDA गठबंधन में आएंगे. यह बात तो सही है कि जहां हैं वहां नीतीश जी काफी परेशान हैं इसीलिए वहां से निकलना चाहते हैं. अगर भाजपा के साथ गठबंधन में आएंगे तो फिर लोकसभा चुनाव के बाद साथ में रहेंगे या नहीं, यह भी एक बड़ा सवाल है.
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा, मुझे पूरी उम्मीद है कि नीतीश अपनी राजनैतिक भविष्य के हिसाब से ऐसा निर्णय नहीं लेंगे. बीजेपी उनको षड्यंत्र में फंसाने की कोशिश कर रही है. क्योंकि इस बार उनको इतनी सीटें बिहार से नहीं मिलने वालीं. हमें ऐसा होने की कोई सुगबगाहट नहीं थी. बंगाल और बिहार की स्थिति अलग है, ममता जी ने कहा है कि वो इंडिया ब्लॉक के साथ हैं. वहां की पॉलिटिक्स के हिसाब से निर्णय लिया है. बिहार में मुझे नहीं लगता कि नीतीश ऐसा कुछ करेंगे. अगर ऐसा करते हैं तो वाकई अलायंस को एक बड़ा नुकसान होगा. उन्होंने संयोजक की भूमिका निभाई. सभी को साथ लेकर आए. अब ऐसे में उनके जाने से नुकसान लाजिमी है.
जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार ने आजतक से बातचीत की है. उनसे आरजेडी के डिप्टी सीएम पद ऑफर किए जाने पर सवाल किया गया. संतोष का कहना था कि ऑफर तो आते रहते हैं. लेकिन हम लोग NDA के साथ थे और NDA के साथ रहेंगे. हम तरह की लड़ाई के लिए तैयार हैं. नीतीश के सीएम से हमें कोई दिक्कत नहीं है. हम जहां हैं, वहीं रहेंगे. ऐसी कोई बात नहीं है. ये सब बेमतलब की बातें हैं. हमारे पास ऐसा फोन नहीं आया है. पिताजी के पास आया हो तो मुझे जानकारी नहीं है.
सत्ता के उलटफेर की चर्चाओं के बीच डिप्टी सीएम आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने लोगों ने बात की है. उन्होंने कहा, हमने लोगों को रोजगार देने का प्रयास किया है. हम आगे भी जनहित से जुड़े काम करते रहेंगे.
बिहार में आरजेडी भी नंबर गेम जुटाने में जुट गई है. खबर है कि आरजेडी ने जीतनराम मांझी के बेटे संतोष से संपर्क किया है और डिप्टी सीएम पोस्ट का ऑफर किया है. कुछ माह पहले ही संतोष मांझी ने महागठबंधन सरकार में मंत्री पद छोड़ा था. बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सदस्यों की जरूरत है. जदयू के साथ छोड़ने की स्थिति में आरजेडी को सरकार बनाने के लिए 8 विधायकों की जरूरत होगी. RJD कई विधायकों से संपर्क कर रही है. मांझी की पार्टी के 4 विधायक हैं. फिलहाल, मांझी एनडीए का हिस्सा हैं. सूत्रों का कहना है कि लालू यादव ने मांझी की पार्टी को उपमुख्यमंत्री को ऑफर दिया है. अगर वो फिर से महागठबंधन में आते हैं तो उनके बेटे संतोष मांझी को सीएम पद और 2-3 से ज्यादा लोकसभा सीटें दी जा सकती हैं.
महागठबंधन में शामिल होने के एक साल बाद ही नीतीश कुमार विपक्षी एकता में जुट गए थे. उन्होंने ही विपक्षी की 28 पार्टियों को एकजुट किया और इंडिया ब्लॉक के एक मंच पर लाए थे. नीतीश ने जून 2023 में पटना में पहली बैठक की थी. हालांकि, जब गठबंधन में चेयरमैन की बात आई तो ये जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंप दी गई. नीतीश को संयोजक बनाए जाने की खबरें थीं. हालांकि, नीतीश शुरू से कहते आ रहे थे कि वे ना पीएम मैटेरियल हैं और ना कोई पद लेना चाहते हैं. नीतीश की नाराजगी की एक अन्य वजह यह भी बताई जा रही है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 30 जनवरी को बिहार में एंट्री कर रही है, लेकिन कांग्रेस ने नीतीश को न्योता दिया.
बिहार में दो साल से भी कम समय में राजनीतिक उठापटक हो रही है. 26 अगस्त 2022 को नीतीश ने एनडीए का साथ छोड़ा था और महागठबंधन में शामिल हो गए थे. नीतीश ने 8वीं बार सीएम पद की शपथ ली थी और आरजेडी से तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी. नीतीश इससे पहले भी लंबे समय तक एनडीए का हिस्सा रहे हैं.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और हर स्थिति के लिए तैयार हैं. हालांकि, नीतीश का बीजेपी के साथ जाना आसान बात नहीं होगी, क्योंकि फिर चिराग पासवान और उपेन्द्र कुशवाह किस तरफ जाएंगे? और तो और इस बार विधानसभा अध्यक्ष हमारी (आरजेडी) की तरफ से हैं.