scorecardresearch
 

'अगर BJP लोकसभा टिकट देती है...', RJD के बाद कांग्रेस MLA ने किया पार्टी छोड़ने का इशारा

बिहार विधानसभा में बजट सत्र का आखिरी दिन 'महागठबंधन' के लिए निराशाजनक रहा. आरजेडी ने कहा है कि वह अपने दलबदलुओं को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से संपर्क करेगा. इसके अलावा पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी है.

Advertisement
X
कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी
कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी

बिहार (Bihar) में शुक्रवार को बजट सत्र का आखिरी दिन विपक्षी 'महागठबंधन' के लिए परेशानी भरा रहा. इस दौरान एक आरजेडी विधायक सत्तारूढ़ एनडीए सदस्यों के साथ नजर आए. इसके अलावा एक कांग्रेस विधायक ने ऐलान किया है कि अगर लोकसभा टिकट की पेशकश की गई तो वह बीजेपी में शामिल हो जाएंगी. कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी ने बीती रात डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी से मुलाकात की है. अब तक राष्ट्रीय जनता दल के कुल पांच विधायक पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं. इनमें प्रहलाद यादव, चेतन आनंद, वीना देवी, संगीता देवी और भरत बिंद शामिल हैं.

Advertisement

बता दें कि बजट सत्र के आखिरी दिन तीन आरजेडी विधायकों ने अपने ही नेता और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ एनडीए के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया, इसके अलावा एक विश्वास मत के दौरान नीतीश सरकार के समर्थन में वोट किया. सदन जैसे ही सत्र के लिए तैयार हुआ, आरजेडी विधायक भरत बिंद को उपमुख्यमंत्री और राज्य बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी के साथ परिसर में प्रवेश करते देखा गया. कैमूर जिले के भभुआ का प्रतिनिधित्व करने वाले भरत बिंद ने पूर्व मंत्री मुरारी गौतम के साथ मकान किराए पर लिया है, जिन्होंने कुछ दिन पहले कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया था. बता दें कि ये दोनों एक साथ बैठे नजर आए.

यह भी पढ़ें: 18 महीने बाद मंच पर साथ दिखेंगे मोदी-नीतीश, बिहार में NDA सरकार आने के बाद PM का पहला दौरा

Advertisement

'अगर बीजेपी प्रस्ताव लेकर आती है...'
नवादा के हिसुआ से मौजूदा कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी कई दिनों तक अनुपस्थित रहने के बाद विधानसभा पहुंचीं. अपने पार्टी नेतृत्व से नाखुश होने की अटकलों के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'मैं नवादा से लोकसभा टिकट चाहती हूं. अगर कांग्रेस मुझे मैदान में उतारती है, तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. अगर ऐसा नहीं होता है और तो बीजेपी टिकट के लिए प्रस्ताव लेकर आती है, तो मैं उस पार्टी में शामिल हो जाऊंगी.'

यहां देखें वीडियो:

इससे पहले, आरजेडी विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव सत्ता पक्ष में चले गए थे, उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव में चौधरी के खिलाफ मतदान किया था और विश्वास मत में एनडीए का समर्थन किया था.

यह भी पढ़ें: बिहार में महागठबंधन के साथ फिर 'खेला', कांग्रेस-RJD के 3 विधायकों ने बदला पाला

इसके अलावा, बुधवार को आरजेडी विधायक संगीता कुमारी, कांग्रेस के मुरारी गौतम और सिद्धार्थ सौरव का सम्राट चौधरी ने परिसर के अंदर अभिनंदन किया. इसके बाद वे विधानसभा हॉल में पहुंचे और एनडीए सदस्यों के बीच सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के पास बैठे. हालांकि, पार्टी ने दोनों कांग्रेस विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है, जिसने उन्हें 'देशद्रोही' कहा है. आरजेडी ने यह भी कहा है कि वह अपने दलबदलुओं को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से संपर्क करेगा. इसके अलावा पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी ने चेतावनी दी है कि बीजेपी अब बिहार में 'ऑपरेशन लोटस' चला रही है.

Advertisement

अब तक बीजेपी के पास कितना समर्थन?
बीजेपी ने कहा है कि दलबदल में उसकी कोई भूमिका नहीं है और विधायक 'वंशवादी नेतृत्व' से निराश होकर कांग्रेस और आरजेडी छोड़ रहे हैं. हाल के दिनों में हुए दलबदल के बाद, एनडीए को 243 सदस्यीय विधानसभा में 135 विधायकों का समर्थन हासिल हो गया है.

Live TV

Advertisement
Advertisement