बिहार में सड़क और पुल निर्माण से जुड़ी एक बड़ी निर्माण कंपनी को प्रतिबंधित कर दिया गया है. डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने एसपी सिंगला कंपनी पर बड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने पथ निर्माण विभाग का कार्यभार छोड़ने से पहले बड़ा कदम उठाया है.
पिछले दिनों डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का विभाग बदल दिया गया था. उनसे पथ निर्माण विभाग वापस लेकर नितिन नवीन को दे दिया गया था. पथ निर्माण विभाग की जगह विजय सिन्हा को कृषि विभाग दिया गया है. साथ ही साथ उनके पास खनन विभाग का भी जिम्मा है.
CM नीतीश ने भी दिए थे कार्रवाई के आदेश
विजय सिन्हा ने खुद जानकारी दी है कि अगुवानी घाट पुल जो निर्माण के दौरान गिर गया था, उसकी फाइल देने में खेल किया जा रहा था. कई दिनों तक फाइल नहीं मिली. सीएम नीतीश ने भी इस मामले में कार्रवाई का आदेश दे दिया था.
विजय सिन्हा ने कहा है कि एसपी सिंगला कंपनी जब तक अगुवानी घाट पुल का निर्माण नहीं करती है, उसे तब तक कोई और टेंडर नहीं मिलेगा. बिहार में एसपी सिंगला कंपनी के पास कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं. यह कंपनी पिछले डेढ़ दशक से बिहार में कई प्रोजेक्ट पर काम करती आ रही है.
'किसी की औकात नहीं जो हमें हटा दे'
विजय सिन्हा से यह भी पूछा गया कि क्या इस निर्माण कंपनी के कारण ही उनसे पथ निर्माण विभाग छीन लिया गया? डिप्टी सीएम ने कहा, 'किसी की औकात नहीं है, जो हमें हटा दे. उपमुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें हर विभाग पर नजर रखनी होती है. उनके दिए गए आदेश को कोई बदल नहीं सकता है.'
एसपी सिंगला के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां भी ले चुकी हैं एक्शन
एसपी सिंगला वही कंपनी है जिसके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी भी एक्शन ले चुकी है. बिहार के राजनीतिक गलियारे में यह सवाल लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या एसपी सिंगला कंपनी के ऊपर नजर टेढ़ी करने के कारण ही विजय कुमार सिन्हा को पथ निर्माण विभाग से हाथ धोना पड़ा.