बिहार में पिछले महीने नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार के गठन के बाद से बिहार में सियासी समीकरण बदल चुके हैं. अब बिहार विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव को लिए कवायत शुरू हो गई है.
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को बिहार विधान परिषद की 11 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव की घोषणा कर दी है, जिसका कार्यकाल दो महीने बाद मई में खत्म हो रहा है.
21 मार्च को होगा मतदान
जानकारी के अनुसार, बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए 4 मार्च को नोटिफिकेशन जारी होगा और 11 मार्च को नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन होगा, जबकि 14 मार्च को नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख है. इन 11 सीटों के लिए 21 मार्च को सभी सीटों पर मतदान होगा. इसी दिन शाम से काउंटिंग शुरू होगी जो 23 मार्च तक पूरी कर ली जाएगी.
6 मई को खत्म हो रहा इन नेताओं का कार्यकाल
बता दें कि 6 मई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राबड़ी देवी, शाहनवाज हुसैन और संतोष सुमन समेत 11 MLC का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
इन 11 सीटों में से 3 बीजेपी के पास हैं और कांग्रेस के पास केवल एक सीट है, जबकि सत्ता पर काबिज जेडीयू के पास सीटों का बड़ा हिस्सा है. इसके अलावा एक सीट हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक और बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन के पास है. हालांकि, HAM के पास पर्याप्त संख्या में विधायक नहीं हैं, लेकिन उन्होंने ये सीट 2018 में राजद के साथ गठबंधन कर जीती थी. लेकिन दो साल बाद वह एनडीए में शामिल हो गए थे.