बिहार की पूर्वी चंपारण पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिला के भोपतपुर ओपी क्षेत्र के एक फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने शराब की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. यही नहीं, गिरफ्तार डॉक्टर के घर में छुपाकर रखी गई शराब की बड़ी खेप को भी पुलिस ने बरामद किया है.
गुप्त सूचना के आधार पर सदर डीएसपी शिखर चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की. शराब को जब्त करने के साथ ही फर्जी चिकित्सक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी पहचान बझिया बाजार के रहने वाले अंजनी कुमार गिरी के रूप में हुई है.
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मामले में सदर डीएसपी शिखर चौधरी ने बताया कि भोपतपुर ओपी क्षेत्र के बझिया बाजार के रहने वाले एक फर्जी चिकित्सक के द्वारा शराब का स्टॉक करने और बेचे जाने की जानकारी मिली थी. सूचना मिलने के बाद उनके नेतृत्व में भोपतपुर ओपी पुलिस की टीम बनाई गई. पुलिस ने अंजनी कुमार गिरि के घर पर छापेमारी कर बड़ी मात्रा में विदेशी शराब जब्त की. साथ ही उस फर्जी चिकित्सक को गिरफ्तार भी कर लिया है.
बिना मेडिकल डिग्री के करता था इलाज
वह बिना किसी मेडिकल डिग्री के लोगों का इलाज करता था और क्षेत्र में डॉक्टर साहब के नाम से जाना जाता था. फर्जी चिकित्सक अंजनी कुमार गिरी के घर से पुलिस ने 101 कार्टन विदेशी शराब जब्त की है, जिसकी मात्रा लगभग लगभग 873 लीटर है और कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है.
2016 से बिहार में बैन है शराब
बताते चलें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकार बनने के बाद अप्रैल 2016 में बिहार में शराबंबदी का कानून पास कर दिया था. 1 अप्रैल 2016 को बिहार देश का 5वां ऐसा राज्य बन गया था, जहां शराब पीने और रखने पर बैन लग गया था. इसके बाद से बिहार में शराब तस्कर नए-नए तरीके तलाशते रहते हैं और शराब की बिक्री के लिए तस्करी करते रहते हैं.