बिहार के गोपालगंज में शराब माफियाओं का पीछा करते हुए पुलिस दुर्घटना का शिकार हो गई. यहां महम्मदपुर थाने की पुलिस पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) में पहुंची थी. उसी दौरान पुलिस की गाड़ी डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में एक चौकीदार की मौत हो गई, जबकि दारोगा और एक अन्य चौकीदार समेत तीन लोग घायल हो गए. हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने चौकीदार के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जबकि घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
ऐसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार शराब तस्करों को पकड़ने के लिए महम्मदपुर थाने की पुलिस डुमरिया घाट में वाहन जांच अभियान चला रही थी. इसी दौरान गोपालगंज की तरफ से आ रही एक ब्रेजा कार पुलिस को चकमा देकर भागने लगी. जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस बल ने अपनी स्कॉर्पियो से ब्रेजा का पीछा किया. वाहन का पीछा करने के दौरान ही पुलिस की स्कॉर्पियो डिवाइडर से टकराकर पलट गई. उस दौरान गाड़ी चला रहे चौकीदार धर्मेंद्र कुमार राय गाड़ी के नीचे आ गए और दबने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
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पूर्वी चंपारण के डुमरिया घाट थाना क्षेत्र के बड़हरा खुर्द गांव के समीप एनएच-27 पर हुए हादसे में शहीद हुए चौकीदार की पहचान महम्मदपुर थाना क्षेत्र के मंगलपुर गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार राय के रूप में हुई. जबकि अन्य घायल पुलिसकर्मियों में मोहन कुमार निराला, बांसघाट मंसुरिया के चौकीदार बजरंग यादव व एक अन्य मदन राय शामिल हैं. जिनको इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
चौकीदार को पुलिस लाइन में दी गयी श्रद्धांजलि
ड्यूटी के दौरान अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए चौकीदार धर्मेंद्र कुमार राय को गोपालगंज पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई. शहीद चौकीदार को पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी गई. इस दौरान पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात, सदर एसडीएम डॉ. प्रदीप कुमार, एसडीपीओ प्रांजल, मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार मिश्रा, लाइन डीएसपी सुबोध कुमार, नगर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश चौहान समेत तमाम पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
पिता के निधन पर अनुकंपा पर हुई थी भर्ती
सड़क दुर्घटना के शिकार चौकीदार धर्मेंद्र कुमार राय को उनके पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर नौकरी मिली थी. धर्मेन्द्र कुमार राय के पिता भोज राय महम्मदपुर थाने में चौकीदार थे और 2012 में उनकी मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद अनुकंपा पर धर्मेन्द्र की नियुक्ति 2014 में महम्मदपुर थाने में पिता की जगह पर हुई थी.