बिहार के गोपालगंज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है. ये गुर्गे राजस्थान से बिहार में हथियारों की तस्करी कर रहे थे. इनके पास से ऑस्ट्रिया मेड चार ग्लोक पिस्टल बरामद किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों में राजस्थान के अजमेर जिले का बंगलिया वाश थाना क्षेत्र के केशर पुरा गांव का कमल रावत और मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र के बोआरी डीह गांव का शांतनु शिवम शामिल है.
दोनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस का दावा है कि पूछताछ में इनसे कई बड़े सुराग मिल सकते हैं. वहीं, इनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस एक विशेष टीम का गठन कर दिया है. जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
बिहार में एंट्री करते ही हुई गिरफ्तारी
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि एसटीएफ व डीआईयू की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ बड़े अपराधी बिहार में इंट्री करने वाले हैं. जिसके बाद यूपी-बिहार सीमा की चौकसी बढ़ा दी गई थी. वहीं, जैसे ही लॉरेंस विश्नोई गैंग के सदस्यों ने एंट्री की, वैसे ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने बताया कि दोनों मुजफ्फरपुर व मोतिहारी में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. एसपी स्वर्ण प्रभात के मुताबिक गिरफ्तार हुए दोनों अपराधियों ने पूछताछ में बताया है कि मुजफ्फरपुर व मोतिहारी जिले में बड़ी घटना को अंजाम देने का इरादा था. इसके लिए पूर्व में गैंग के सदस्यों के द्वारा रेकी भी की गयी थी.
जांच के लिए राजस्थान पुलिस की भी ली जा रही है मदद
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि लॉरेंस ग्रुप के गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस राजस्थान पुलिस के संपर्क में है. पुलिस इन गुर्गो का आपराधिक इतिहास भी खंगालने में जुट गयी है. इसके लिए अन्य राज्यों की भी मदद ली जा रही है.