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'NDA से पहले बिहार में होगा INDIA ब्लॉक की सीटों का बंटवारा', बोले तेजस्वी यादव

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं. वह 'जन विश्वास यात्रा' के जरिये लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान ‘आजतक’ ने उनसे जन विश्वास यात्रा के मकसद के बारे में पूछा. तेजस्वी यादव ने गठबंधन के मुद्दे, रोजगार और लोकसभा चुनाव के बारे में खुलकर बातचीत की. 

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जन विश्वास यात्रा के दौरान सीतामढ़ी में एक सभा को संबोधित करते आरजेडी नेता तेजस्वी यादव.
जन विश्वास यात्रा के दौरान सीतामढ़ी में एक सभा को संबोधित करते आरजेडी नेता तेजस्वी यादव.

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 20 फरवरी से 'जन विश्वास यात्रा' पर निकल गए हैं. यात्रा से पहले तेजस्वी यादव ने गाय को चारा खिलाया, पूजा-अर्चना की, मंदिर में आशीर्वाद लिया. इस बारे में ‘आजतक’ ने तेजस्वी यादव से बातचीत की. जानते हैं अपनी जन विश्वास यात्रा, गठबंधन के मुद्दे, रोजगार और लोकसभा चुनाव के बारे में उन्होंने क्या कुछ कहा. 

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जन विश्वास यात्रा पर निकलने का मकसद क्या है? 
हमें अपने मतदाताओं पर भरोसा है और हम विधायिका में सबसे बड़ी पार्टी हैं... लोग खुश हैं... सभी सरकारें नौकरियों और भर्ती की बात कर रही हैं.

आज नीतीश कुमार मुर्दाबाद नारे लगाए गए, उसके बारे में क्या कहना है? 
नीतीश बूढ़े हो गए हैं. वे वरिष्ठ हैं. मैं उनका बुरा नहीं चाहता. राज्य सरकार में स्थिरता का अभाव है.

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लोगों ने इंडिया गठबंधन बनाया था, कहां पर जाकर फेल हो गया? 
हम गठबंधन में हैं... हम आशावादी लोग हैं... मतदाता फैसला करेंगे.

नीतीश कुमार कहते हैं कि महागठबंधन में मन नहीं लग रहा था? 
हम वहां काम करने आए थे, मौज-मस्ती करने नहीं. हमने 1 महीने में वह कर दिखाया, जो वह 17 साल में हासिल नहीं कर सके... चाहे वह नौकरियां देना हो या जाति आधारित सर्वे करना हो.

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रोजगार एक बड़ा मुद्दा है. 5 लाख सरकारी नौकरी आपका दावा है, आपने दिलवाया? 
मैंने सुनिश्चित किया कि मुख्यमंत्री स्वयं नियुक्ति पत्र वितरित करें.

लोकसभा चुनाव को लेकर क्या तैयारी है? बिहार में कांग्रेस को कितनी सीट दी जाएंगी और राजद कितनी सीचों पर चुनाव लड़ेगी? 
हमारे पास एनडीए से पहले सीट बंटवारे का फॉर्मूला होगा. मतदाता पीएम मोदी से चंपारण की चीनी मिलों पर उनके दावों के बारे में पूछेंगे. बिहार में आगे के चुनावों में पीएम मोदी को निराशा होगी. 

नीतीश कुमार फिर पलटेंगे क्या? 
उन्होंने हाल ही में पाला बदला है. पापा ने कहा कि उनके दरवाजे सभी के लिए खुले हैं. हमारे बीच राजनीतिक रूप से जुड़ाव है. मतदाता देखेंगे... उनके पास समर्थन की कमी है, विश्वसनीयता की कमी है. नीतीश अपनी ही नैय्या डुबो देंगे. 

नीतीश कुमार ने कहा है कि राजद के पास जो विभाग थे, उन सब की जांच करवाई जा रही है? 
यह अच्छी बात है. विभागों का वार्षिक ऑडिट होता है. अगर मेरे मंत्रियों की बात है, तो उन्हें काम के अलावा कुछ नहीं मिलेगा. साथ ही हर महत्वपूर्ण दस्तावेज पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी हैं. हम पवित्र लोग हैं. मैं चाहता हूं कि वह मुझे गांधी मैदान में बुलाएं और चीजें स्पष्ट करें. 

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बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMSICL) के मुद्दे पर उन्होंने कहा, "सभी निविदा फाइलों पर संबंधित मंत्री के नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर हैं. एक समिति है, जो निर्णय लेती है. सभी निगम स्वतंत्र हैं और मंत्रियों की इसमें कोई भूमिका नहीं है. मैंने अधिकारियों को भी नहीं बदला. वे सभी पहले नियुक्त किए गए थे.”

आरजेडी पर 10 करोड़ रुपये देकर विधायकों को तोड़ने का भी आरोप लगा है? 
राजद के तीन विधायक वहां गए. हमारे पास कौन आया?

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