बिहार के जमुई जिले के झाझा में रविवार को धार्मिक जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई. हालात को देखते हुए प्रशासन ने जिले में इंटरनेट सेवाएं 18 फरवरी तक बंद कर दिया है. इस झड़प में तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
जमुई की जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने बताया कि झड़प के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, लेकिन पुलिस ने तुरंत स्थिति पर काबू पा लिया. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए झाझा में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया. इस घटना में ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है. जिलाधिकारी ने कहा कि दोषियों की गिरफ्तारी जारी रहेगी और हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में हैं.
असामाजिक तत्व कर सकते हैं गलत इस्तेमाल
असामाजिक तत्वइंटरनेट बंद होने से फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, वीचैट, गूगल, स्काइप, स्नैपचैट, टेलीग्राम, यूट्यूब के साथ-साथ अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसी सेवाएं प्रभावित रहेंगी. सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, उपलब्ध इनपुट और जमुई के डीएम और एसपी द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार, जमुई में कुछ असामाजिक तत्व इंटरनेट माध्यम का उपयोग आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के लिए कर सकते हैं ताकि आम जनता के बीच अफवाह और असंतोष फैलाया जा सके
पुलिस ने बताया कि यह घटना झाझा के बलियाडीह गांव में उस समय घटी जब असामाजिक तत्वों ने एबीवीपी और हिंदू स्वाभिमान संगठन के नेतृत्व में निकाले जा रहे जुलूस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया और उस समय पथराव किया जब कुछ श्रद्धालु हनुमान मंदिर से लौट रहे थे.