बिहार में एनडीए की कमान किसके हाथ में होगी, बीजेपी या जेडीयू? विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता अश्विनी चौबे के एक बयान ने बिहार की सियासत में उथल-पुथल मचा दी है. अश्विनी चौबे ने कहा कि वह चाहते हैं कि बिहार में बीजेपी एनडीए का नेतृत्व करे. अब इस पर जनता दल (यूनाइटेड) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दे दी है.
'बिहार में एनडीए का मतलब नीतीश कुमार'
जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय झा ने कहा, 'बिहार में एनडीए का मतलब है नीतीश कुमार. इसमें कोई कन्फ्यूजन नहीं है.' लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बिहार बीजेपी अध्यक्ष और राज्य के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि हम 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे.
'बिहार में अपने दम पर सरकार बनाए बीजेपी'
अश्विनी चौबे ने कहा, 'मेरी इच्छा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बिहार में बननी चाहिए. बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ अकेले अपने दम पर आए और एनडीए को भी आगे बढ़ाए. यह हमारी मंशा है और उसके लिए हर कार्यकर्ता को अभी से लगना होगा. मैं बिना किसी चाह के इस काम को बखूबी करूंगा.'
'पार्टी में आयातित माल कतई बर्दाश्त नहीं'
उन्होंने कहा, 'हम नीतीश कुमार को साथ लेकर चल रहे थे, आज भी चल रहे हैं और आगे भी लेकर चलेंगे.' मुख्यमंत्री के सवाल पर अश्विनी चौबे ने कहा, 'जब चुनाव होगा तब पार्टी और केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा लेकिन पार्टी में आयातित माल हमें कतई बर्दाश्त नहीं है.'
उन्होंने कहा, 'चुनावी राजनीति में न रहते हुए मैं सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में बिना किसी पद के लोभ के समाज सेवा करूंगा. कार्यकर्ता के रूप में मैं देश और बिहार में, विशेष कर भागलपुर और बक्सर में लगातार सक्रिय रूप से अपनी भूमिका अदा करता रहूंगा. अगले पांच वर्षों तक मैं सक्रिय राजनीति में रहूंगा.'
(इनपुट: पीयूष मिश्रा, सुजीत सिंह चौहान)