कैमूर जिले के रामगढ़, नुआंव, भगवानपुर और रामपुर प्रखंड में बारिश के साथ गिरे आकाशीय बिजली से कुल पांच लोगों की जान चली गई. सभी के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल भभुआ में कराकर शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. सरकार ने सभी मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपये आपदा के तहत सहायता राशि दी है.
बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये आपदा के तहत सहायता राशि दी है. मंत्री संतोष सिंह ने लोगों से अपील भी की है कि जब भी बारिश होने की स्थिति दिखाई दे. तुरंत लोग घरों के अंदर चले जाएं. ताकि, आकाशीय बिजली से बचा जा सके.
एक किसान और छात्र भी वज्रपात से मरे
दरअसल, कैमूर जिले के रामपुर में भैंस चराने के दौरान नौवीं क्लास के छात्र के ऊपर आकाशीय बिजली गिर गई. इस कारण उसकी घटनास्थल पर मौत हो गई थी. वहीं जैतपुर खुर्द में खेती कार्य में लगे एक किसान की भी वज्रपात से मौत हो गई. वहीं रामगढ़ थाना क्षेत्र के सिझूआ गांव में रोपनी करने के दौरान ठनका गिरने से एक महिला की मौत हो गई.
ठनका गिरने से दो महिला बुरी तरह घायल
सिझूआ में ही ठनका गिरने से दो महिला झुलस गई. जिनको उपचार के लिए रेफर अस्पताल रामगढ़ पहुंचाया गया.जहां उनका उपचार चल रहा है. इधर, नुआंव प्रखंड के डुमरी में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई. सभी के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल भभुआ में कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.
बारिश के दौरान बाहर नहीं निकलने की अपील
बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने बताया पिछले 24 घंटे में आकाशीय बिजली गिरने से कुल पांच लोगों की जान कैमूर जिले में गई है. आपदा राहत कोष से पांचों परिवार के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी गई है और लोगों से अपील है कि जब बारिश होने लगे तो सुरक्षित जगह पर चले जाएं जिससे की जान बचाई जा सके.