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Land for Job Scam Case: वो सात केस जिससे ED के रडार पर आया लालू परिवार, ऐसे लगे नौकरी के बदले जमीन हड़पने के आरोप

बिहार की राजधानी पटना में तेजस्वी यादव से ईडी पिछले चार घंटे से पूछताछ कर रही है. लालू यादव से सोमवार को 10 घंटे की पूछताछ हुई थी. लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में वे केंद्रीय एजेंसी की रडार पर हैं. आइए आपको बताते हैं वो सात केस जिसकी केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है.

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लालू यादव, राबड़ी देवी (Photo: PTI)
लालू यादव, राबड़ी देवी (Photo: PTI)

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार हाल के दिनों में लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में ईडी का सामना कर रहे हैं. लालू यादव से सोमवार को एजेंसी ने पटना में 10 घंटे की पूछताछ की. मंगलवार को तेजस्वी यादव से एजेंसी की पूछताछ चल रही है. वह पिछले चार घंटे से ईडी ऑफिस में हैं. इनके अलावा दिल्ली की एक अदालत ने राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव को समन भेज रखा है. उन्हें 9 फरवरी को अदालत के सामने पेश होना है.

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आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते जमीन के बदले रेलवे में खूब नौकरियां बांटीं. ईडी के आरोप पत्र के मुताबिक, इस मामले में उनके बेटे तेजस्वी यादव और पत्नी और बेटियां भी शामिल हैं. लैंड फॉर जॉब से जुड़े ऐसे सात मामले हैं जिसकी केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है. इस केस में लालू यादव आरोपी नंबर एक हैं, राबड़ी देवी आरोपी नंबर दो हैं और मीसा भारती आरोपी नंबर तीन हैं. एजेंसी का कहना है कि सस्ते दामों पर जमीन की खरीद की गई और उसके बदले रेलवे में नौकरियां दी गई. आइए आपको बताते हैं वो सात केस, जिसकी वजह से लालू परिवार आज ईडी की रडार पर है.

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नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर- 1

पटना के संजय राय ने 3,375 वर्ग फीट का प्लॉट राबड़ी देवी को बेच दिया था. 3.75 लाख रुपये में डील हुई, जिसके बदले संजय राय और उनके परिवार के दो सदस्यों को रेलवे में नौकरी मिली.

नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर- 2

पटना के ही हजारी राय ने 9,527 वर्ग फीट जमीन एके इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को बेची. 2014 में राबड़ी देवी इस कंपनी की डायरेक्टर बन गईं. हजारी के दो भतीजों दिलचंद कुमार और प्रेमचंद कुमार को रेलवे में नौकरी मिली.

नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर- 3

पटना के लाल बाबू राय ने 13 लाख रुपये में 1,360 वर्ग फीट की जमीन राबड़ी देवी को बेच दी थी. लाल बाबू राय के बेटे लाल चंद कुमार को रेलवे में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था.

नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर- 4

विशुन देव राय ने अपनी 3,375 वर्ग फीट जमीन सिवान के रहने वाले ललन चौधरी को बेची.  ललन के पोते पिंटू कुमार को रेलवे में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया. 2014 में ललन ने ये जमीन लालू की बेटी हेमा यादव को दे दी.

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नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर-5

पटना के किशुन देव राव ने अपनी 3,375 वर्ग फीट की जमीन 3.75 लाख रुपये में राबड़ी देवी के नाम पर की थी. राव के परिवार के तीन सदस्यों राज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को मुंबई में ग्रुप डी में भर्ती किया.

नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर-6

पटना की किरण देवी ने अपनी 80,905 वर्ग फीट की जमीन 3.70 लाख रुपये में लालू यादव की बेटी मीसा के नाम पर कर दी. उनके बेटे अभिषेक कुमार को मुंबई में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया.

नौकरी के बदले जमीन का मामला नंबर-7

ब्रज नंदन राय ने 3,375 वर्ग फीट की जमीन 4.21 लाख में गोपालगंज के ह्रदयानंद चौधरी को बेची. ह्रदयानंद को हाजीपुर में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया. जिसके बाद ह्रदयानंद ने ये जमीन तोहफे में लालू की बेटी हेमा के नाम पर कर दी.

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