मोतिहारी का ढाका उस समय जल उठा जब लोगों को पता चला कि एक साथ चार लोगों की अनुमंडल अस्पताल में मौत हो गई है. दरअसल, एक घर में शौचालय की टंकी का सेंट्रिंग खोलने चार मजदूर अंदर बेहोश हो गए थे. लोगों का आरोप है कि जब चारों को अनुमंडल अस्पताल लाया गया तो वहां न डॉक्टर थे, न ऑक्सीजन. इस कारण चारों मजदूरों ने दम तोड़ दिया.
चारों मजदूरों की अस्पताल में मौत के बाद ढाका के स्थानीय लोगों ने वहां जमकर हंगामा किया. लोगों का आरोप था कि अस्पताल में इलाज में लापरवाही के कारण चारों की मौत हुई है. सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित लोगों ने अनुमंडलीय अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. वहां पर लाखों रुपये के समान व उपकरण नष्ट कर दिये.
अस्पताल में लापरवाही का लगाया आरोप
इसके बाद आक्रोशित लोगों ने अस्पताल अधीक्षक के घर पर भी हंगामा किया. फिर वहां खड़े एक एम्बुलेंस को आग के हवाले कर दिया. गुस्साई भीड़ ने शव को ढाका-मोतिहारी मुख्य मार्ग पर आजाद चौक पर रखकर काफी हंगामा किया. साथ ही कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की. घटना की गंभीरता को देखते हुए ढाका पुलिस ने भी जमकर लाठियां चटकाई. तब भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
गुस्साए लोगों की भीड़ ने जमकर की तोड़फोड़
ढाका थाना क्षेत्र के लहान गांव में गुरुवार को एक निर्माणाधीन घर के शौचालय की टंकी का सेंट्रिंग खोलने के दौरान एक मजदूर उसमें बेहोश हो गया. इसके बाद एक के बाद एक पांच मजदूर अंदर गए और सभी बेहोश होते चले गए. बाद में किसी तरह पांचों बेहोश हुए मजदूरों को टंकी से बाहर निकाला गया और आनन-फानन में उन्हें ढाका अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया.ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल में न तो डॉक्टर थे और न वहां ऑक्सीजन था. इस कारण चार मजदूरों ने वहीं दम तोड़ दिया.
प्रशासन की सख्ती के बाद शांत हुए लोग
मौत की सूचना मिलने पर वहां सैकड़ों ग्रामीण व परिजन जमा हो गए और हंगामा व तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया.बाद में डीएम व एसपी भी पहुंचे. उनके साथ भारी संख्या में पुलिस बल थी. प्रशासन ने जमकर लाठियां चटकाई और जाम को खत्म करवाकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया. इसी क्रम में दो पुलिस कर्मियों को भी चोट आई है. उनका सिर फट गया है. अभी स्थिति नियंत्रण में है. किंतु तनाव बना हुआ है और पुलिस ने वहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी है.